क्या आपने देखी Dhirubhai Ambani की दुर्लभ BMW 750i XL L7 स्ट्रेच्ड लिमोजीन की अनदेखी तस्वीरें?
हाल ही में धीरूभाई अंबानी की दुर्लभ BMW 750i XL L7 स्ट्रेच्ड लिमोजीन की कुछ तस्वीरें सामने आयी है. यह कार गोल्डन रंग की है और तस्वीरों में सर्विस स्टेशन पर खड़ी दिखाई दे रही है. बता दें यह एक काफी सुरक्षित कार है और Z+ सिक्योरिटी के साथ आती है.
Dhirubhai Ambani’s BMW 750i XL L7 Stretched Limousine: अम्बानी परिवार के बारे में हम सभी जानते हैं. यह न तो देश की सबसे अमीर परिवार है बल्कि, इनके पास देश का सबसे महंगा गराज भी मौजूद है. इस बात का अंदाजा किसी के पास नहीं है कि आखिर अंबानी परिवार के पास कितनी गाड़ियां मौजूद हैं. बता दें आज हम अंबानी परिवार के पास मौजूद गाड़ियों की नहीं बल्कि, धीरूभाई अंबानी की सबसे दुर्लभ BMW 750i XL L7 Stretched Limousine की बात करने वाले हैं. हाल ही में इस कार से जुड़ी कुछ तस्वीरें सामने आयी है और आज हम उन्हें ही आपके साथ शेयर करने वाले हैं.
आखिर दुर्लभ क्यों है यह कार?: अगर आप सोच रहे हैं कि आखिर यह कार इतनी दुर्लभ क्यों है तो बता दें BMW ने इस कार के कुल 899 यूनिट्स ही प्रोड्यूस किये थे. यह कार केवल भारत में ही दुर्लभ नहीं है बल्कि पूरी दुनिया में दुर्लभ है.भारत की बात करें तो शायद यह भारत में इकलौती कार है. इस कार को कंपनी ने साउथ ईस्ट एशिया, यूरोप और मिडिल ईस्ट मार्केट के लिए बनाया गया था.
BMW E38 750i XL L7 Engine: इस कार के इंजन स्पेक्स की अगर बात करें तो इसमें कंपनी ने 5.4 लीटर V12 पेट्रोल इंजन का इस्तेमाल किया है. यह इंजन 322bhp की पावर और 490nm की पीक टॉर्क जेनरेट कर सकता है. हालांकि यह एक बड़ी कार है लेकिन फिर भी इसे 0-100 तक की स्पीड पकड़ने में 7 सेकंड का समय लग जाता है. बता दें इस कार्की टॉप स्पीड 250 किलोमीटर प्रतिघंटा की है.
BMW E38 750i XL L7 Features: इस दुर्लभ कार के फीचर्स की अगर बात करें तो इसमें इलेक्ट्रिकली अडजस्टेबल रियर सीट्स, रियर फुटरेस्ट, फोल्ड डाउन रियर ट्रे, पर्सनल रियर स्क्रीन, एक टीवी स्क्रीन, फ्रिज, फैक्स मशीन और प्राइवेसी विंडो जैसे कई फीचर्स दिए गए है.
क्यों बंद हुई यह कार?: जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि इस कार को साउथ ईस्ट एशिया, यूरोप और मिडिल ईस्ट मार्केट के लिए बनाया गया था. लेकिन, कंपनी को जितनी उम्मीद थी उतनी इस कार की सेल नहीं हो पायी। कारण यही था की कंपनी को इस कार के प्रोडक्शन पर रोक लगाना पड़ा.