Digital India: स्वास्थ्य मंत्रालय के ‘ई-संजीवनी’ से दो लाख लोगों ने लिया टेली-कंसल्टेशन
eSanjeevani, telemedicine, covid, eSanjeevani opd, Union Health, health and wellness centres, ayushman bharat health and wellness centres, the ayushman bharat health: केन्द्र सरकार के डिजिटल प्लेटफॉर्म 'ई-संजीवनी' के जरिये दो लाख लोगों ने टेली-कंसल्टेशन लिया है. गौरतलब है कि यह उपलब्धि नौ अगस्त से अभी तक महज 10 दिन में हासिल की गई है. उस दिन केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के साथ इस संबंध में एक समीक्षा बैठक की थी. नवंबर 2019 से लेकर अभी तक बहुत कम समय में ही 23 राज्यों (जहां 75 प्रतिशत आबादी रहती है) ने टेली-कंसल्टेशन 'ई-संजीवनी' को लागू किया. अन्य राज्य भी इसे लागू करने की प्रक्रिया में हैं.
Ayushman Bharat, eSanjeevani, Telemedicine, Covid: स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि केन्द्र सरकार के डिजिटल प्लेटफॉर्म ‘ई-संजीवनी’ के जरिये दो लाख लोगों ने टेली-कंसल्टेशन लिया है. गौरतलब है कि यह उपलब्धि नौ अगस्त से अभी तक महज 10 दिन में हासिल की गई है.
उस दिन केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के साथ इस संबंध में एक समीक्षा बैठक की थी. नवंबर 2019 से लेकर अभी तक बहुत कम समय में ही 23 राज्यों (जहां 75 प्रतिशत आबादी रहती है) ने टेली-कंसल्टेशन ‘ई-संजीवनी’ को लागू किया. अन्य राज्य भी इसे लागू करने की प्रक्रिया में हैं.
मंत्रालय ने कहा, इसे हम प्रधानमंत्री के ‘डिजिटल इंडिया’ की दिशा में बड़ा कदम मान सकते हैं. ई-संजीवनी ने अपनी उपयोगिता साबित की है. मरीज का ध्यान रखने वालों, मेडिकल समुदाय के लोगों और कोविड-19 के वक्त में स्वास्थ्य सेवाओं का उपयोग करने के इच्छुक लोगों को यह आसानी से उपलब्ध भी है.
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ई-संजीवनी में दो तरीके की टेली-मेडिसिन कंसल्टेंसी उपलब्ध है. पहला डॉक्टर के साथ दूसरे डॉक्टर का और दूसरा मरीज के साथ डॉक्टर का. डॉक्टर के साथ डॉक्टर की कंसल्टेंसी आयुष्मान भारत स्वास्थ्य एवं कल्याण केन्द्रों के तहत लागू की जा रही है.
इसका लक्ष्य देश के सभी 1.5 लाख केन्द्रों में इसे लागू करना है. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 के मद्देनजर अप्रैल में ‘ई-संजीवनी ओपीडी’ शुरू किया जिसके तहत मरीज टेली-कंसल्टेंसी के जरिये डॉक्टर से जुड़ सकता है.