भारत के शहरों और गांवों में मोटरसाइकिल को काफी पसंद किया जाता है. इसका कारण यह है कि कारों के मुकाबले मोटरसाइकिलों की माइलेज काफी अच्छी होती है. लेकिन, कई बार मोटरसाइकिलों की माइलेज लोगों के लिए चिंता का विषय बन जाता है. अक्सर, हम अपनी मोटरसाइकिलों की ओर से दी जाने वाले फ्यूल इकोनॉमी से संतुष्ट नहीं होते हैं, तब हमारे सामने एक विकट स्थिति पैदा हो जाती है. खासकर, जो लोग नियमित रूप से औसतन 25-30 किमी की दूरी तय करते हैं, उनकी मोटरसाइकिलों की माइलेज बेहतर रहना बेहद जरूरी है. यदि आप अपनी मोटरसाइकिल फ्यूल इकोनॉमी से संतुष्ट नहीं हैं, तो कुछ आसान लेकिन महत्वपूर्ण सुझावों का पालन करके इसे बेहतर बनाया जा सकता है. अधिकतम माइलेज हासिल करना सभी राइडर्स की प्राथमिकताओं में से एक होना चाहिए. अन्य गाड़ियों की तरह ही मोटरसाइकिल में भी कुछ प्रमुख टिप्स अपनाकर माइलेज को बेहतर बनाया जा सकता है. आपकी मोटरसाइकिल के माइलेज को बेहतर बनाने के लिए यहां कुछ आसान और महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए हैं. पढ़िए, जरूरी टिप्स…
कार्बोरेटर को रीट्यून कराना बेहद जरूरी
आपकी मोटरसाइकिल के माइलेज को बेहतर बनाने के लिए कार्बोरेटर रीट्यूनिंग एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है. यदि आपको अपनी मोटरसाइकिल से अधिकतम माइलेज नहीं मिल रही है, तो कार्बोरेटर सेटिंग्स की जांच करें. इसे इलेक्ट्रिक या मैन्युअली दोबारा ट्यून किया जा सकता है. ऐसा करने से इंजन की कार्य क्षमता बढ़ेगी और माइलेज में भी काफी सुधार होगा.
खड़ी गाड़ी में इंजन को चालू न रखें
यदि आपको ट्रैफिक सिग्नल पर 20 सेकंड से अधिक समय तक इंतजार करना पड़ता है, तो इंजन को बंद करना सबसे अच्छा होगा. इंजन चालू रखकर बेकार में गाड़ी खड़े रहने देने का मतलब ईंधन की बर्बादी करना है. ऐसा करने से बहुत सारा ईंधन जलता है. खासकर, जब शहरों में रुक-रुक कर चलने वाले ट्रैफिक में आपकी मोटरसाइकिल तेल अधिक खाती है. इसलिए, ट्रैफिक सिग्नल पर जहां आपको लंबे समय तक इंतजार करना पड़ता है, वहां इंजन बंद करके आप लंबे समय में काफी ईंधन बचा सकते हैं.
टायर प्रेशर को चेक करें
किसी भी वाहन की ईंधन दक्षता बढ़ाने में टायर का दबाव महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. मोटरसाइकिल बनाने वाली कंपनियों की सलाह के अनुसार, टायर में एयर प्रेशर को हमेशा अच्छे स्तर पर बनाए रखें. जब भी मोटरसाइकिल को लंबी यात्रा पर ले जाएं, तो पेट्रोल पंप पर टायर का प्रेशर चेक करवा लें. इसके अलावा, जब भी ईंधन भरने वाले स्टेशन पर जाएं, तो टायर के प्रेशर की साप्ताहिक टेस्ट कराना सबसे अच्छा है.
मोटरसाइकिल को साफ रखें
एक साफ बाइक एक तेज बाइक है. मोटरसाइकिल को साफ-सुथरी स्थिति में रखने से उससे सर्वोत्तम माइलेज प्राप्त करने में मदद मिलती है. बाइक को समय-समय पर धोएं और साफ रखें. इसके अलावा, चलने वाले हिस्सों को चिकनाई देना न भूलें.
अनावश्यक एडिशन कराने से बचें
हर वाहन को काफी रिसर्च के बाद डिजाइन किया जाता है और इंजीनियर एयरोडाइनेमिक इफिशिएंसी को ध्यान में रखते हुए वाहनों को डिजाइन करते हैं, जो माइलेज देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. मोटरसाइकिल में अनावश्यक एडिशन न केवल उस पर अतिरिक्त भार डालते हैं, बल्कि एयरोडाइनेमिक इफिशिएंसी को भी प्रभावित करते हैं, जिससे माइलेज भी प्रभावित होता है.
ऐसे बढ़ाएं मोटरसाइकिल की माइलेज
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स्टेप 1 : कार्बोरेटर को रीट्यून कराएं
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स्टेप 2 : खड़ी गाड़ी में इंजन चालू न रखें
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स्टेप 3 : टायर का प्रेशर चेक करते रहना बेहद जरूरी
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स्टेप 4 : मोटरसाइकिल को साफ रखें
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स्टेप 5 : अनावश्यक एडिशन कराने से बचें
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124 साल पहले बनी थी दुनिया की पहली मोटरसाइकिल
आपको बता दें कि दुनिया में आज से करीब 124 साल पहले पहली मोटरसाइकिल बनाई गई थी. दुनिया की इस पहली मोटरसाइकिल का नाम हिल्डेब्रांड वोल्फमुलर है. आप अब इस साइकिलनुमा मोटरसाइकिल को सिर्फ प्राइवेट कलेक्शन में ही देख पाएंगे. इस मोटरसाइकिल को हेनरिक और विल्हेम ने बनाया था. हेनरिक और विल्हेम स्टीम इंजीनियर थे. उन्होंने 20 जनवरी 1894 को इस मोटरसाइकिल को पेटेंट करवाया था. इस मोटरसाइकिल का वजन करीब 50 किलो था. यह मोटरसाइकिल हैंडल से मैनेज होती थी. यानी इसमें साइकिल की तरह हैंडल लगे हुए थे. इस मोटरसाइकिल की टॉप स्पीड 45 किलोमीटर प्रति घंटा थी. यह मोटरसाइकिल जर्मनी में बनी थी.