How To : बरसात के मौसम में कार को कैसे रखें फिट, आसान शब्दों में ऐसे समझिए टिप्स
अगर आपके पास कार है और आप स्मार्ट हैं, तो मानसून आने से पहले ही अपनी कार की सर्विसिंग करवा लें. बरसात के मौसम में कभी-कभी कई घंटों तक बारिश होती रहती है. इस दौरान, आपको अपनी कार पर सवार होकर ऑफिस, दुकान, शोरूम या जरूरी काम से अपने घर से बाहर जाना ही पड़ता है.
Car Maintenance in Rainy Season : मानसून सीजन में झमाझम बारिश का आनंद तो प्राय: हर लोग लेते हैं. लोगों को गर्मी से राहत मिलती है और किसान खरीफ फसल की तैयारी करते हैं. बारिश के जहां फायदे अनेक हैं, तो समस्याएं भी कई हैं. बारिश के मौसम में सबसे अधिक समस्या गाड़ियों में पैदा होती है. खासकर, कारों और दोपहिया वाहनों में समस्याएं पैदा हो जाती है. अब अगर आपके पास कार है, तो बारिश के दिनों में आपको खास ख्याल रखना पड़ता है. अगर आप नियमित रूप से उसका रखरखाव नहीं करेंगे, तो वह आपको हैंडसम नहीं बनाएगी और आपको अपने गंतव्य तक पहुंचाने में भी दिक्कत करेगी. सबसे बड़ी बात यह है कि बरसात के मौसम में गाड़ियों के कल-पुर्जे अधिक क्षतिग्रस्त होते हैं. इसलिए, आपको उन पर ध्यान देने की अधिक जरूरत है. आइए, हम आपको बरसात के मौसम में कारों के मेटेनेंस करने के आसान तरीके बताते हैं…
मानसून आने से पहले करवाएं सर्विस
अगर आपके पास कार है और आप स्मार्ट हैं, तो मानसून आने से पहले ही अपनी कार की सर्विसिंग करवा लें. आम तौर पर बरसात के दौरान सड़कों पर होने वाले जलजमाव कारों के लिए समस्या पैदा कर देते हैं. बारिश की वजह से होने वाली कीचड़, पानी और गंदगी आपकी कार के लिए परेशानी पैदा कर सकती हैं. ऐसे में कार को पहले से ही फिट रखना बेहद जरूरी है.
मड फ्लैप को कराएं ठीक
मड फ्लैप आपकी गाड़ी और गाड़ी के कल-पुर्जों को बरसात के दिनों में कीचड़ से सुरक्षा प्रदान करने का काम करता है. यह आम तौर पर टायरों के पीछे लगा होता है. बरसात के मौसम में सड़कों पर जमा कीचड़ कार को गंदा कर देती है. इसलिए, टायर के मड-फ्लैप का दुरुस्त होना जरूरी है. सड़कों पर जमा पानी के ऊपर से जब गाड़ी तेज गति में गुजरती है, तो पानी के साथ-साथ कीचड़ कार की बॉडी को गंदा कर देती है. टायरों के पीछे लगा मड-फ्लैप गाड़ी को कीचड़ से गंदा होने से बचाते हैं.
विंडस्क्रीन वाइपर कराएं चेंज
बरसात के मौसम में कभी-कभी कई घंटों तक बारिश होती रहती है. इस दौरान, आपको अपनी कार पर सवार होकर ऑफिस, दुकान, शोरूम या जरूरी काम से अपने घर से बाहर जाना ही पड़ता है. ऐसे में, विंडस्क्रीन वाइपर आपके इस सफर को आसान बना देता है. बारिश के समय सबसे ज्यादा जरूरत वाइपर की होती है. ऐसे में उनका ठीक होना बेहद जरूरी है. दरअसल, गाड़ियों में पहले से लगे वाइपर गर्मियों की धूप से सूख जाते हैं. इस वजह से वह पानी को सही से सोख नहीं पाते और बारिश के समय सही से शीशे साफ न कर पाने के कारण ड्राइव करने में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है.
ब्रेक और लाइट का टेस्ट जरूरी
बरससात के मौसम में अंधेरा और तेज बारिश के कारण दृश्यता कम हो जाती है. ऐसे में लाइट और ब्रेक की जरूरत ज्यादा पड़ती है. गाड़ी की हैडलाइट्स को भी समय रहते चेक करवाते रहना चाहिए. गाड़ी के ब्रेक पैड्स क्लीन करवाना भी बेहद जरूरी है. नए ब्रेक शू लगवाना ज्यादा बेहतर होता है, क्योंकि ब्रेक को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही खतरनाक साबित हो सकती है.
टायर की स्थिति हो बेहतर
बरसात के मौसम में आपको गाड़ी के पहियों और टायरों पर भी खास ध्यान देना चाहिए. बरसात के मौसम में सड़कों पर होने वाली फिसलन से दुर्घटना होने का खतरा अधिक रहता है. फिसलन वाली सड़कों पर गाड़ी के ब्रेक अक्सरहां कम काम करते हैं. इसलिए यह होता है कि कि गाड़ियों की वर्कशॉप या फिर सर्विस सेंटर पर जाकर गाड़ी के टायरों की जांच भी करवा लेना चाहिए.
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तेज हवाएं और पार्किंग स्थल का रखें ख्याल
बरसात के दिनों में बारिश के साथ तेज हवाओं के चलने से भी जान-माल पर खतरा मंडराता रहता है. ऐसे में कार को क्षतिग्रस्त होने से बचाना बेहद जरूरी है. बताया जाता है कि बरसात के दिनों में गाड़ियों को तेज हवा के दौरान पेड़ के आसपास खड़ी नहीं करनी चाहिए. बारिश के दौरान चलने वाली तेज हवाएं आपकी गाड़ी को नुकसान पहुंचा सकती हैं. हवा के साथ कोई भी चीज उड़ कर गाड़ी के शीशे या बॉडी से टकरा सकती है. गाड़ी को खुले स्थान पर न खड़ी करने के साथ-साथ इस बात का भी ध्यान रखें कि गाड़ी के पास कोई पेड़ या खंभा न हो. इसके अलावा, बरसात के दिनों में गाड़ियों को बेसमेंट में भी पार्क नहीं करना चाहिए. इसका कारण यह है कि बारिश के दिनों में अक्सर बेसमेंट में पानी भर जाता है, जो आपकी गाड़ी के लिए खतरनाक साबित हो सकता है.