Hybrid Cars in India : भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों और कारों की डिमांड में भारी डिमांड बताई जा रही है, लेकिन इलेक्ट्रिक कारों के मुकाबले सीमित संख्या में आने वाली हाइब्रिड कारों पर लोग अधिक भरोसा कर रहे हैं. सबसे बड़ी है कि इलेक्ट्रिक वाहनों को पेट्रोल-डीजल के विकल्प के तौर पर भले ही देखा जा रहा है, लेकिन भारत के बाजार में सीमित संख्या में ही पेश की गई इलेक्ट्रिक कारें इन सब पर भारी पड़ती दिखाई दे रही हैं. मीडिया की रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि फिलहाल, घरेलू वाहन बाजार में तकरीबन 16 इलेक्ट्रिक कारें बेची जा रही हैं, लेकिन अभी हाल के महीनों में बाजार में उतारी गईं 4 हाइब्रिड कारें इनसे अधिक बेची जा रही हैं. इसका कारण यह है कि इलेक्ट्रिक कारें महंगी लिथियम आयन बैटरी, मोटर और माइलेज के मामले में लोगों का भरोसा नहीं जीत पा रही हैं. वहीं, हाइब्रिड कारें माइलेज, मोटर और फीचर्स के मामले में इनसे कहीं अधिक स्ट्रॉन्ग मानी जा रही हैं.
हाइब्रिड कारों ने इलेक्ट्रिक कारों को पछाड़ा
इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, चालू वित्त वर्ष 2023-24 में लागातार तीन महीनों के दौरान बिक्री के मामले में हाइब्रिड कारों ने बैटरी से चलने वाली इलेक्ट्रिक कारों को पछाड़ दिया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि नई कार खरीदने वाले भारत के लोग कार बाजार में बिक्री के लिए मौजूद मारुति सुजुकी ग्रैंड विटारा, टोयोटा अर्बन क्रूजर हाईराइडर , होंडा सिटी और टोयोटा इनोवा हाइक्रॉस जैसी मुट्ठीभर हाइब्रिड कारों पर अधिक भरोसा कर रहे हैं. फ्यूल इफिशिएंट हाइब्रिड कारों की बढ़ती डिमांड इलेक्ट्रिक कारों द्वारा उत्पन्न सीमित रेंज और चार्जिंग बुनियादी ढांचे की चुनौतियों पर ग्राहकों की बढ़ती पर्यावरण जागरूकता और चिंता को रेखांकित करती है.
तीन महीने में 24,062 यूनिट्स बेची गईं हाइब्रिड कारें
रिपोर्ट में कहा गया है कि नवंबर महीने तक कुल तीन महीनों में हाइब्रिड कारों की कुल बिक्री 24,062 इकाई रही, जबकि इन्हीं तीन महीनों में 21,445 इलेक्ट्रिक कारें बेची गईं. सबसे बड़ी बात यह है कि इस समय बाजार में तकरीबन 16 इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री की जा रही है और कई कारें लॉन्च होने के कगार पर है, जबकि इतनी बड़ी संख्या में इलेक्ट्रिक कारों के मुकाबले बाजार में केवल चार हाइब्रिड कारें ही मौजूद हैं.
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धीमी रफ्तार से बढ़ रही हाइब्रिड कारों की बिक्री
रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले तीन महीनों में बिक्री के मामले में इलेक्ट्रिक कारों से आगे निकलने से पहले वित्त वर्ष 2023-24 में हाइब्रिड कारों की बिक्री रफ्तार काफी धीमी रही. रिपोर्ट की मानें, तो जून में समाप्त हुई तिमाही में हाइब्रिड कारों की करीब 14,400 इकाइयां बेची गईं, जबकि इसी अवधि में घरेलू बाजार में करीब 25,200 इलेक्ट्रिक कारें बेची गईं. इसके बाद सितंबर महीने में इलेक्ट्रिक कारों के मुकाबले हाइब्रिड कारों की बिक्री के अंतर में तेजी से कमी आई. इस महीने के दौरान जहां कार कंपनियों ने इलेक्ट्रिक कारों की 23,900 इकाइयां बेचीं, तो हाइब्रिड कारों की करीब 22,000 इकाइयां बेची गईं. हालांकि, वाहन उद्योग के आंकड़ों की मानें, तो सितंबर महीने के बाद इलेक्ट्रिक कारों के मुकाबले हाइब्रिड कारों की बिक्री में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की गई.
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मारुति ने माना हाइब्रिड कारों की मजबूत उपस्थिति
मार्केट लीडर मारुति सुजुकी के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी (विपणन और बिक्री) शशांक श्रीवास्तव ने इस बात की पुष्टि की है कि हाइब्रिड कारों की बिक्री बढ़ रही है और पिछले तीन महीनों में ये कारें इलेक्ट्रिक कारों से काफी आगे निकल चुकी हैं. उन्होंने कहा कि कॉन्सेप्ट मॉडल के तौर पर हाइब्रिड कारें ग्राहकों के बीच लोकप्रिय हो रही हैं. उन्होंने कहा कि यह इस बात का संकेत है कि मौजूदा परिस्थितियों में (जब चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर सीमित है) यह एक बढ़िया विकल्प है. हाइब्रिड वाहन विशेष रूप से शहर की ड्राइविंग स्थितियों में बेहतर ईंधन दक्षता प्रदान करते हैं. वे पर्यावरण के अनुकूल हैं और इलेक्ट्रिक्स कार पर टैस लाभ का आनंद लेने के बावजूद खरीद लागत के मामले काफी किफायती हैं.