AC Helmet: हेलमेट सड़क दुर्घटनाओं के दौरान दोपहिया वाहन चालकों के सिर को सुरक्षित बचाता है, बल्कि धूप, धूल, बारिश के पानी, ठंडी हवा, घने कोहरे, कीड़े-मकोड़ों से भी रक्षा करता है. सबसे बड़ी बात यह है कि हेलमेट का इस्तेमाल केवल दोपहिया वाहन चालक ही नहीं करते हैं. इसे निर्माण कार्य में लगे मजदूर, इंजीनियर, दंगा प्रभावित क्षेत्र में गश्त लगाने वाले सुरक्षा बलों के जवान और ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी पहनते हैं. चौक-चौराहों पर अक्सरहां ट्रैफिक पुलिसकर्मी को हेलमेट पहने हुए देखा जाता है. ये चिलचिलाती गर्मी में भी चौक-चौराहों पर खड़ा होकर यातायात को नियंत्रित करते दिखाई देते हैं. गर्मी में तेज धूप से बचने के लिए ये ट्रैफिक पुलिस हेलमेट पहनते हैं, लेकिन इससे उन्हें गर्मी से निजात नहीं मिलती. चिलचिलाती गर्मी में ट्रैफिक पुलिसकर्मी के माथे को ठंडा रखने के लिए आईआईएम वडोदरा के छात्रों ने एसी हेलमेट तैयार किया है.
वडोदरा में 450 ट्रैफिक कर्मियों को मिला एसी हेलमेट
मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, आईआईएम वडोदरा के छात्रों ने गर्मी के मौसम में चिलचिलाती धूप में भी ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के सिर को ठंडक पहुंचाने के लिए बैटरी से चलने वाले एसी हेलमेट को डेवलप किया है. इस खास हेलमेट को पहनने के बाद सिर के चारों ओर ठंडी हवा मिलती रहती है. वडोदरा पुलिस ने करीब 450 ट्रैफिक कर्मचारियों को एसी हेलमेट उपलब्ध कराया है. इसके अलावा, एक अन्य रिपोर्ट में बताया गया है कि यूपी पुलिस ने भी कानपुर में ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को एसी हेलमेट मुहैया कराई है.
क्या है एसी हेलमेट
प्लास्टिक टॉप और इनबिल्ट फैन से बने एसी हेलमेट को बैटरी पैक से पावर्ड है. इस बैटरी पैक को ट्रैफिक पुलिसकर्मी अपनी कमर में बांधते हैं और हेलमेट को सिर पर पहनते हैं. एक तार के जरिए हेलमेट के फैन को बिजली सप्लाई की जाती है. यह एसी हेलमेट फुल चार्ज होने पर करीब 8 घंटे तक काम करता है. यह हवा को ठंडा करने के अलावा ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को धूल से भी बचाता है. इस हेलमेट का वजन सवारी हेलमेट से 500 ग्राम अधिक है. पारंपरिक राइडिंग हेलमेट के मुकाबले एसी हेलमेट में एक पतला प्लास्टिक टॉप होता है और यह एक फैन मैकेनिज्म और कुछ एक्स्ट्रा कंपोनेंट के साथ आता है.
कितने में मिलता है एसी हेलमेट
इस एसी हेलमेट का निर्माण हैदराबाद की कंपनी जर्श ने किया है. इसमें आईआईएम वडोदरा और बिट्सपिलानी के पूर्व छात्रों ने इसकी तकनीक को ईजाद किया है. हेलमेट बैटरी और चिप से संचालित होता है. बैटरी डिस्चार्ज होने पर लाइट इंडिकेट करती है. पारंपरिक हेलमेट से वजनी और डिजाइन में आरामदायक होने से इसे आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है. बताया जाता है कि एक एसी हेलमेट की कीमत 12 से 16 हजार के बीच है.
सड़कों पर ऐसी-वैसी हरकत करने पर हो सकती है जेल, पल भर में सबक सिखा देगा कैमरा
8 सीटों में आ गया टोयोटा इनोवा हाईक्रॉस का नया वेरिएंट, कमाल के हैं फीचर्स
Cars Under 10 Lakhs: टाटा-मारुति के इन 3 कारों जलवा, जानें आपके लिए कौन है बेहतर?