KYC फ्रॉड में भारत आगे, ये हैं धोखाधड़ी के सबसे हिट तरीके, बचकर रहें
ट्रूकॉलर ने रिपोर्ट में बताया है कि उसने 30 करोड़ यूजर्स की 37.8 अरब स्पैम कॉल्स को पहचानकर उन्हें ब्लॉक करने में मदद की है. इस दौरान 18450 करोड़ अननोन कॉल की पहचान की गई. वहीं, 58600 करोड़ मैसेज की पहचान की गई है.
टेक्नोलॉजी जिस रफ्तार से दिनोंदिन डेवलप होती जा रही है, स्पैम स्कैम का खतरा भी उसी रफ्तार से बढ़ रहा है. ट्रूकॉलर की एनुअल ग्लोबल स्पैम रिपोर्ट के अनुसार, जुलाई 2020 से जून 2021 के बीच लगभग 5.94 करोड़ अमेरिकी स्पैम का शिकार हुए हैं. इसमें प्रति व्यक्ति 502 डॉलर (लगभग 38,000 रुपये) का नुकसान हुआ है.
ट्रूकॉलर ने अपनी पांचवीं सालाना ग्लोबल स्पैम रिपोर्ट में शीर्ष 20 देशों को शामिल किया है. ट्रूकॉलर ने रिपोर्ट में बताया है कि उसने 30 करोड़ यूजर्स की 37.8 अरब स्पैम कॉल्स को पहचानकर उन्हें ब्लॉक करने में मदद की है. इस दौरान 18450 करोड़ अननोन कॉल की पहचान की गई. वहीं, 58600 करोड़ मैसेज की पहचान की गई है. ट्रूकॉलर की यूजर्स को 9970 करोड़ कॉल और 780 करोड़ मैसेज किये गए हैं.
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2021 में स्पैम कॉल्स में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी सेल्स कॉल (93.5 प्रतिशत) की रही है. भारत में सेल्स और टेलीमार्केटिंग से जुड़े स्पैम कॉल में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है. इसी वजह से देश स्पैम कॉल्स की रैंकिंग में नौवें से चौथे नंबर पर आ गया है. भारत में लगभग हर स्पैमर औसतन 20.2 करोड़ स्पैम कॉल करता है. एक ही फोन नंबर से हर घंटे 27,000 और रोजाना 6,64,000 कॉल की जाती हैं.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत में सबसे आम ठगी अब भी केवाईसी (KYC, नो योर कस्टमर) के नाम पर हो रही है. इसमें जालसाज बैंक, वॉलेट या डिजिटल पेमेंट्स सर्विस के प्रतिनिधि बनकर लोगों से केवाईसी दस्तावेजों की जानकारी लेकर धोखाधड़ी को अंजाम दे रहे हैं. ऐसे में अब आपकी सतर्कता ही आपका बचाव है.
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