Insurance Claim लेने के लिए PUC जरूरी होता है? जानें इस दावे की सच्चाई
मोटर वाहन अधिनियम 1989 के तहत सड़क पर गाड़ी चलाने के लिए PUC प्रमाणपत्र का होना अनिवार्य है. PUC परीक्षण से यह पता चलता है कि गाड़ी से निकलने वाला धुआं प्रदूषण के मानकों के अनुसार है या नहीं. यदि आपका PUC प्रमाणपत्र अमान्य पाया जाता है, तो जुर्माना लगाया जा सकता है.
यह एक आम गलतफहमी है कि Vehicle Insurance Claim करने के लिए PUC प्रमाणपत्र जरूरी होता है. वास्तव में, इंश्योरेंश रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (IRDAI) ने 2020 में एक परिपत्र जारी कर स्पष्ट किया था कि बीमा कंपनियां अमान्य PUC प्रमाणपत्र के आधार पर दावा राशि देने से इंकार नहीं कर सकती हैं.
हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि PUC प्रमाणपत्र की कोई अहमियत नहीं है. मोटर वाहन अधिनियम 1989 के तहत सड़क पर गाड़ी चलाने के लिए PUC प्रमाणपत्र का होना अनिवार्य है. PUC परीक्षण से यह पता चलता है कि गाड़ी से निकलने वाला धुआं प्रदूषण के मानकों के अनुसार है या नहीं. यदि आपका PUC प्रमाणपत्र अमान्य पाया जाता है, तो जुर्माना लगाया जा सकता है.
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इसके अलावा, गाड़ी का बीमा रिन्यू कराते समय PUC प्रमाणपत्र जरूरी होता है. IRDAI के नियमों के अनुसार, वैध PUC प्रमाणपत्र के बिना बीमा कंपनियां गाड़ी का बीमा रिन्यू नहीं कर सकतीं.
गाड़ी चलाते समय PUC प्रमाणपत्र का होना कानूनन जरूरी है और इसका पालन करना चाहिए. हालाँकि, बीमा दावा करते समय PUC की स्थिति आपके दावे को प्रभावित नहीं करती है. गाड़ी की स्थिति अच्छी रखने और कानून का पालन करने के लिए नियमित रूप से PUC टेस्ट करवाना ज़रूरी है.