AC Helmet झारखंड के ट्रैफिक पुलिस को रखेगा कूल, चल रहा है ट्रायल

गर्मी की लहर को देखते हुए ट्रैफिक विभाग ने अपने कर्मचारियों को रोस्टर के हिसाब से काम करने की सलाह भी दी है. जहां ट्रैफिक कम है वहां ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को बारी-बारी से छाया में रहने का निर्देश दिया गया है. पुलिस ट्रैफिक कर्मचारियों को पीने का पानी की बोतलें, ग्लूकोज ड्रिंक और ओरल रिहाइड्रेशन सिस्टम (ओआरएस) भी मुहैया करा रही है.

By Abhishek Anand | June 1, 2024 11:25 AM

अब झारखंड के ट्रैफिक पुलिस भी AC Helmet का प्रयोग करेंगे, गुजरात और उत्तर प्रदेश में एसी हेलमेट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद, झारखंड पुलिस ने सिर्फ एक हेलमेट के साथ एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है. इस हेलमेट को इस्तेमाल करने वाले ट्रैफिक पुलिसकर्मी की प्रतिक्रिया के आधार पर ही तय किया जाएगा कि भविष्य में बड़े पैमाने पर ऐसी हेलमेट खरीदी जाएं या नहीं.

एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी पर चल रहा ट्रायल

ट्रैफिक विभाग का कहना है कि वो इस पायलट प्रोजेक्ट में ज्यादा इन्वेस्ट नहीं करना चाहते और विभाग ने सिर्फ एक हेलमेट खरीदा है, जिसकी कीमत 12,000 रुपये से 22,000 रुपये के बीच है. ट्रैफिक एसपी कैलाश कर्माली ने बताया कि विभाग ने इस हेलमेट को एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी को दिया है, इस हेलमेट के कमफ़र्ट और इफेक्टिव होने के बारे में उसकी प्रतिक्रिया के बाद ही यह फैसला किया जाएगा कि और हेलमेट खरीदनी हैं या नहीं.

Driving License Renewal: ऐसे करें ड्राइविंग लाइसेंस को ऑनलाइन रिन्यू

फीडबैक के आधार पर विभाग बढ़ाएगा आगे कदम

उन्होंने आगे कहा, “अगर ट्रैफिक पुलिसकर्मी की राय सकारात्मक रही, तो विभाग सरकार से पुलिस के लिए और ऐसी हेलमेट खरीदने का अनुरोध करेगा. हर हेलमेट की कीमत लगभग 22,000 रुपये है. कुछ एसी हेलमेट ई-कॉमर्स साइट्स पर 17,000 रुपये में भी उपलब्ध हैं.”

भीषण गर्मी को देखते हुए ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के लिए कई इंतजाम

गर्मी की लहर को देखते हुए ट्रैफिक विभाग ने अपने कर्मचारियों को रोस्टर के हिसाब से काम करने की सलाह भी दी है. जहां ट्रैफिक कम है वहां ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को बारी-बारी से छाया में रहने का निर्देश दिया गया है. पुलिस ट्रैफिक कर्मचारियों को पीने का पानी की बोतलें, ग्लूकोज ड्रिंक और ओरल रिहाइड्रेशन सिस्टम (ओआरएस) भी मुहैया करा रही है.

Hero Splendor का 30 सालों का सफर पूरा, कंपनी ने लॉन्च की स्प्लेंडर+ XTEC 2.0

Next Article

Exit mobile version