Metaverse को भारतीय डेवलपर, क्रिएटिव कम्यूनिटी के स्किल्स की जरूरत
मेटा के वैश्विक मामलों के अध्यक्ष निक क्लेग ने कहा है मेटावर्स भारत को बड़े आर्थिक लाभ दे सकती है और उसे देश के डेवलपर तथा रचनात्मक समुदाय के कौशल एवं प्रतिभा की जरूरत है.
Meta Job Opportunity: मेटावर्स ने कहा है कि वह भारत को बड़े आर्थिक लाभ दे सकती है. सोशल मीडिया कंपनी के वैश्विक मामलों के अध्यक्ष निक क्लेग ने कहा है मेटावर्स भारत को बड़े आर्थिक लाभ दे सकती है और उसे देश के डेवलपर तथा रचनात्मक समुदाय के कौशल एवं प्रतिभा की जरूरत है.
क्लेग ने उद्योग मंडल फिक्की के ‘एक्सआर ओपन सोर्स फेलोशिप प्रोग्राम’ को संबोधित करते हुए कहा कि इंजीनियरिंग के लिए अपार रुचि और इस क्षेत्र की प्रतिभाओं के साथ ही भारत में नये ज्ञान को प्राप्त करने के लिए उद्यमशीलता तेजी से बढ़ रही है और यही कारण है कि यह देश प्रौद्योगिकियों से नवोन्मेष के क्षेत्र में मार्गदर्शक बन रहा है.
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क्लेग ने कहा, एक्सआर ओपन सोर्स जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से हम उन भारतीय डेवलपर को समर्थन देंगे, जो इन प्रौद्योगिकियों पर काम कर रहे हैं. उनकी प्रतिभा, दूरदर्शिता और प्रयासों को देखते हुए हमें उम्मीद है कि अगली पीढ़ी की इंटरनेट प्रौद्योगिकी इस तरह से बनायी जाएगी जो खुली, सहयोगात्मक और समुचित पहुंच में होगी.
उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ियों में भारत पूरी तरह से नये कंप्यूटिंग मंच मेटावर्स के निर्माण में एक अग्रणी ताकत बनेगा. क्लेग ने कहा कि यही कारण है कि एक कंपनी के तौर पर हमने देश के लाखों-करोड़ों लोगों तक हमारे ऐप एवं सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की, बल्कि हमारे नवाचारों को दुनिया में सबसे पहले भारत में पेश करने का भी संकल्प लिया.
क्लेग ने बताया कि मेटावर्स को विकसित करने पर लोगों को वर्चुअल बैठक करने पर ऐसा महसूस होगा जैसे कि वे एक ही कमरे में हैं. उन्होंने कहा, इस सब के लिए भारत में डेवलपर एवं रचनात्मक समुदाय की प्रतिभा और कौशल की जरूरत है. इससे भारत को बड़े आर्थिक लाभ भी होंगे.