NASA issues Warning on Hazardous Asteroids Approaching Earth: आज यानी 24 जुलाई को अंतरिक्ष से तीन मुसीबतें धरती के करीब से गुजरनेवाली हैं. दुनियाभर के वैज्ञानिको की इन पर नजर है, ताकि इनकी दिशा में अगर थोड़ा भी बदलाव हो, तो समय रहते चेतावनी जारी की जा सके.
विज्ञान की भाषा में इन मुसीबतों को एस्ट्रॉयड या उल्कापिंड के नाम से जाना जाता है. लेकिन जब ये धरती की ओर बढ़ते हैं, तो विशालकाय तोप के गोले से कम नहीं लगते. टक्कर होने पर इनमें बड़ी तबाही लाने की क्षमता होती है.
अंतरिक्ष से आ रहे पहले उल्कापिंड का नाम है एस्ट्रॉयड 2020 एनडी (Asteroid 2020 ND). इसकी गति 13.5 किलोमीटर प्रति सेकंड है. यह 170 मीटर लंबा है. यह धरती से लगभग 50.86 लाख किलोमीटर की दूरी से निकलेगा. हालांकि अंतरिक्ष में इस दूरी को ज्यादा नहीं माना जाता. क्योंकि ये दूरियां एक पल में कम हो सकती हैं.
Also Read: NEOWISE Comet: धरती की तरफ बढ़ रहा नियोवाइज धूमकेतु, आसमान में दिखेगा दुर्लभ नजारा
आमतौर पर मंगल और गुरु ग्रह की कक्षा के बीच में ऐसे उल्कापिंड बड़ी संख्या में पाये जाते हैं, लेकिन इनमें पृथ्वी के पास से गुजरने वाले उल्कापिंडों की संख्या कम होती है. ऐसे में पृथ्वी के नजदीक इन क्षुद्रग्रहों के आने से खतरा बढ़ जाता है.
खगोल विज्ञानी ऐसे उल्कापिंडों को पोटेंशियली हजार्डस यानी संभावित खतरनाक क्षुद्रग्रह (PHAs) कहते हैं. ये वो पैमाना है, जिसमें अंतरिक्ष वैज्ञानिक उन तत्वों में शामिल करते हैं जो पृथ्वी के निकट आने वाले खतरों के रूप में मापे जाते हैं.
आपको बता दें कि एस्ट्रॉयड यानी क्षुद्रग्रह या उल्कापिंड मूल रूप से ग्रहों के टुकड़े होते हैं. ये टुकड़े इन ग्रहों के जन्म के समय से बचे हुए हैं. इन ग्रहों में पृथ्वी, बुध, शुक्र और मंगल शामिल हैं. ये टुकड़े अक्सर अंतरिक्ष में घूमते हुए धरती के करीब आ जाते हैं.
अगर Asteroid 2020 ND सीधे धरती से टकराता है तो यह करीब आधी दुनिया को खत्म कर सकता है. हालांकि, अनुमान है कि यह उल्कापिंड धरती के काफी दूर से निकल रहा है इसलिए किसी तरह के नुकसान की आशंका नहीं है.
Asteroid 2020 ND पृथ्वी की ओर 13.5 किलोमीटर प्रति सेकंड यानी लगभग 48,000 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आ रहा है. इस तरह के पिंड जब पृथ्वी के पास आते हैं तो उन्हें Near Earth Objects – NEO कहा जाता है.
दूसरा उल्कापिंड है 2016 DY 30. यह धरती से लगभग 34 लाख किलोमीटर दूर से निकलेगा. जबकि, 2020 ME3 धरती से 56 लाख किलोमीटर दूर से गुजर जायेगा. सबसे नजदीक से निकलने वाला एस्ट्रॉयड 2016 DY 30 ही है.
एस्ट्रॉयड 2016 DY 30 की रफ्तार 54 हजार किलोमीटर प्रति घंटा है. वहीं, 2020 ME3 की गति 16 हजार किलोमीटर प्रति घंटा है. एस्ट्रॉयड 2016 DY 30 की चौड़ाई सिर्फ 15 फीट है, लेकिन यह धरती से टकराएगा तो भारी नुकसान करेगा.