एम्सटर्डम : नीदरलैंड में समुद्रतट के पास करीब 3000 से अधिक वाहनों से लदे एक मालवाहक जहाज (कार्गोशिप) में आग लग गई है. यह कार्गोशिप अब भी समुद्रतट के पास धू-धू करके जल रही है. ब्लूमबर्ग रिपोर्ट में अनुमान जाहिर किया गया है कि इस कार्गोशिप में लगी आग की वजह से मर्सिडीज बेंज और बीएमडब्ल्यू की करीब 500 इलेक्ट्रिक कारें जलकर खाक हो गई हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तरी डच द्वीप अमेलैंड के तट पर पनामा में रजिस्टर्ड कार्गोशिप फ्रेममेंटल हाईवे में लगी आग की आसमान से ली गई एक तस्वीर जारी की गई है, जिसमें कार्गोशिप में लगी आग को बुझाते हुए दिखाया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि इस कार्गोशिप में करीब 3000 वाहन लदे हुए हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि इस मालवाहक जहाज में इलेक्ट्रिक वाहनों के लदे होने की वजह से आग पर काबू पाने में कई दिन लग सकते हैं. इसका कारण यह है कि इलेक्ट्रिक वाहनों की लिथियम आयन युक्त बैटरी में लगी आग बुझने का नाम ही नहीं ले रही है. रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि आग बुझाने के लिए जहाज पर ज्यादा पानी डालने के बाद उसे संभालना भी काफी मुश्किल है.
आग के कारणों का नहीं चला है पता
डच तट रक्षक के जारी रिपोर्ट के अनुसार, फ़्रेमेंटल हाईवे पर आग लगने का कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है. पनामा में रजिस्टर्ड कार्गोशिप फ्रेममेंटल हाईवे के संचालक के अनुसार, पहले उन्हें यह बताया गया था कि इस कार्गोशिप में केवल 25 इलेक्ट्रिक वाहन लदे हुए हैं, लेकिन यह बताई गई जानकारी से कहीं अधिक करीब 500 से अधिक हैं. तटरक्षकों ने उन खबरों का खंडन किया है, जिसमें कहा गया था कि पनामा के आग कार्गोशिप के उस भाग में लगी, जिस जगह पर इलेक्ट्रिक वाहनों को रखा गया था.
कार्गो में लदे इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या पर उठ रहे सवाल
हालांकि, ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में सवाह यह भी खड़ा किया जा रहा है कि 3000 से अधिक वाहनों से लदे फ्रेममेंटर हाईवे नामक कार्गोशिप में आग लगने का संबंध इन इलेक्ट्रिक वाहनों से तो नहीं है? यह सवाल इसलिए भी खड़े किए जा रहे हैं कि इस कार्गो के संचालक को यह बताया गया कि इसमें केवल 25 इलेक्ट्रिक वाहन लदे हुए हैं, जबकि आग लगी, तो इनकी संख्या सैंकड़ों में कैसे हो गई?
आग बुझाने में लग जाएंगे कई दिन
रिपोर्ट में यह भी बताया जा रहा है कि इस कार्गो में लगी आग को बुझाने में कई दिन लग सकते हैं. इसका कारण यह है कि इसमें जिन वाहन निर्माताओं के इलेक्ट्रिक वाहन लदे हैं, उनकी बैटरियों में लिथियम आयन का प्रयोग किया गया है, जो गैसोलीन की तुलना में अधिक गर्म होती है और अधिक समय तक जलती रहती है. ऐसी स्थिति में लिथियम आयन बैटरी में लगी आग पर काबू पाना आसान नहीं होता. इसलिए इस आग को बुझाने में कई दिन का समय लग सकता है. रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि इलेक्ट्रिक वाहनों के लदे होने की वजह से कार्गो में लगी बुझने के बाद दोबारा भड़क जा रही है.
कार्गोशिप में लदे हैं 3,783 वाहन
पनामा के कार्गोशिप फ्रेममेंटल हाईवे के चार्टरर कावासाकी किसेन कैशा लिमिटेड के अनुसार, इसमें 498 इलेक्ट्रिक कारों सहित कुल 3,783 वाहन लादे गए हैं. आग अभी भी लगी हुई है, जो धू-धूकर जल रही है. डच अधिकारियों ने जहाज के साथ एक टोइंग कनेक्शन स्थापित किया है, लेकिन आग बुझाने में सक्षम नहीं हैं. इसका कारण यह है कि जहाज पर बहुत अधिक पानी डालने से उसे संभालना मुश्किल हो जा रहा है. ज्यादा पानी डालने पर उसे डूब जाने का भी खतरा है.
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जर्मन बंदरगाह से सिंगापुर जा रहा था मालवाहक जहाज
कंपनियों के प्रतिनिधियों ने कहा है कि बोर्ड पर कई सौ बीएमडब्ल्यू एजी कारें हैं. इसके साथ ही, करीब 300 मर्सिडीज-बेंज ग्रुप एजी कार भी हैं. ब्लूमबर्ग की ओर से एकत्र किए गए जहाज-ट्रैकिंग डेटा के अनुसार, पनामा का राष्ट्रीय ध्वज लगे फ्रेममेंटल हाईवे ब्रेमरहेवन के जर्मन बंदरगाह में हाल ही में रुकने के बाद मिस्र के पोर्ट सईद के रास्ते में था. जहाज का मालिकाना हक रखने वाली जापानी कंपनी शूई किसेन कैशा लिमिटेड ने कहा कि इस जहाज को सिंगापुर जाा था. कंपनी के पास एवर गिवेन का भी स्वामित्व है, जो विशाल कंटेनर जहाज है. यह जहाज मार्च 2021 में स्वेज नहर में फंस गया था.