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इन यूजर्स को फिलहाल नहीं मिलेगा 5G सर्विस इस्तेमाल करने का मौका, जानें क्या है इसके पीछे की वजह

5G सर्विसेज देश में शुरू हो चुकी है और 5G सर्विस को पूरे भारत में पहुंचाने के रेस में देश की दो सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनियां उतर चुकि हैं. बता दें 5G सेवाएं भले ही पूरे भारत में लॉन्च हो जाए लेकिन, फिर भी इसका फायदा कई यूजर्स को मिलने में साल 2024 तक का समय लग सकता है.

By Vyshnav Chandran | December 26, 2022 9:57 AM

5G Internet Service in India: कुछ ही महीने पहले भारत में 5G सर्विसेज लॉन्च की गयी. इस सर्विस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों लॉन्च किया गया. लॉन्च के बाद से ही 5G सर्विस को पूरे देशभर में फैलाने की तैयारी शुरू हो गयी है. रिपोर्ट्स की अगर माने तो साल 2023 के अंत तक यह सर्विस पूरे देश में अवेलेबल हो जाएगी. लेकिन, भले ही यह सर्विस पूरी तरह से भारत में लॉन्च हो जाये लेकिन, फिर भी कुछ यूजर्स को इस सर्विस से वंचित रहना पड़ सकता है. इन यूजर्स की अगर बात करें तो इनमें मुख्य तौर पर एयरपोर्ट के पास रहने वाले यूजर्स हैं. अगर आप भी ऐसे यूजर हैं जो कि एयरपोर्ट के आसपास रहते हैं तो आपके लिए इन बातों का पता होना बेहद जरुरी है.

एयरपोर्ट के पास रहने वालों को क्यों नहीं मिलगी 5G सुविधाएं

रिपोर्ट्स की माने तो एयरपोर्ट के आसपास रहने वाले यूजर्स को फिलहाल 5G सेवाओं का इस्तेमाल करने का मौका नहीं मिलेगा. बता दें डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन (DOT) ने कुछ ही समय पहले देश की 3 सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनियों को एक लेटर भेजा था जिसमें उन्होंने Airtel, Reliance Jio और Vodafone से एयरपोर्ट के 2.1 किलोमीटर के रेडियस में C-Band 5G बेस स्टेशन लगाने से मना किया है. DOT द्वारा यह कदम इसलिए उठाया गया है क्योंकि उनका मानना है कि एयरपोर्ट के पास 5G बेस स्टेशन लगाने की वजह से एयरक्राफ्ट रडार को समस्या का सामना करना पड़ सकता है. इसिलिये DOT चाहती है कि कोई भी टेलीकॉम नेटवर्क एयरपोर्ट के 2.1 किलोमीटर के दायरे में 5G बेस स्टेशन स्थापित न करे.

यहां पहले ही लग चुके हैं 5G बेस स्टेशन

5G बेस स्टेशनों की अगर बात करें तो Reliance Jio ने दिल्ली NCR क्षेत्र के आसपास 5G बेस स्टेशन की स्थापना पहले ही कर दी है. वहीं Airtel की अगर बात करें तो इन्होने दिल्ली, बैंगलोर, पुणे, गुवाहाटी और नागपुर एयरपोर्ट के पास अपने 5G बेस स्टेशन की स्थापना कर दी है. फिलहाल DOT के तरफ से लागू किया गया यह नियम तब तक जारी रहेगा जबतक कि DGCA सभी विमानों के रेडियो अल्टीमीटर फिल्टर को बदलना सुनिश्चित नहीं कर देता है.

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