5G के आने से आम आदमी के जीवन में क्या होगा बदलाव, जानें इससे जुड़ी सारी अच्छी और बुरी बातें डीटेल से

5G स्पेक्ट्रम को नीलामी की मंजूरी मिल चुकी है और अब जल्द भारत में 5G सर्विसेज देखने को मिल जाएगी. इस स्टोरी में हम आपको 5G से जुड़ी कुछ अच्छी और कुछ बुरी बातें डिटेल में बताने वाले हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 15, 2022 1:42 PM
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Pros and Cons of 5G: भारत में 5G स्पेक्ट्रम को नीलामी की मंजूरी मिल चुकी है. इस साल के अंत तक हम 5G सर्विसेज का इस्तेमाल भी कर सकेंगे. 5G के आने से बहुत सारी चीजों में बदलाव देखने को मिल जाएंगे. सवाल यह भी है कि क्या 5G के आते ही 4G यूजर्स की गिनती में कमी आएगी या फिर लोग 4G के साथ ही जुड़े रहना पसंद करेंगे. सवाल बहुत सारे हैं और उनके जवाब भी समय के साथ मिल जाएंगे. लेकिन, आज हम इस स्टोरी में 5G से जुड़ी पॉजिटिव और नेगेटिव को विस्तार से जानेंगे.

Pros of 5G

स्पीड: 4G की तुलना में 5G 10 गुना तक तेज होगी. इसकी मदद से आप बड़े से बड़े फाइल्स काफी कम समय में डाउनलोड कर सकेंगे. 5G आपको 20Gbps तक की स्पीड देने में सक्षम होगी. 5G का इस्तेमाल करके आप अपने दिन का 23 घंटे तक का समय बचा सकेंगे.

लो लेटेंसी: 4G की तुलना में 5G में लौ लेटेंसी देखने को मिल जाता है. 5G की मदद से आप AI, IoT और वर्चुअल रियलिटी का इस्तेमाल ज्यादा बेहतर तरीके से कर सकेंगे. 5G की मदद से आप मोबाइल फोन में बिना किसी परेशानी के वेबपेज खोल सकेंगे और चीजों को ब्राउज़ करने में भी आसानी होगी.

बढ़ी हुई कैपेसिटी: 4G की तुलना में 5G 100 गुना तक ज्यादा कैपेसिटी रखता है. यह कंपनियों को सेलुलर और वाई-फाई वायरलेस के बीच स्विच करने की अनुमति देता है जो बेहतर प्रदर्शन का अनुभव करने में बहुत मददगार साबित होने वाली है. यह इंटरनेट के इस्तेमाल को भी ज्यादा प्रभवशाली बनाता है.

ज्यादा बैंडविड्थ: 5G के मुख्य लाभों में से एक यह है कि यह अधिक बैंडविड्थ प्रदान करता है जो डेटा को जल्द से जल्द ट्रांसफर करने में मदद करता है. इसके अलावा, मोबाइल फोन यूजर्स 5जी नेटवर्क चुनने के बाद अधिक बैंडविड्थ के साथ तेज कनेक्शन सुनिश्चित कर सकेंगे.

Cons of 5G

लिमिटेड ग्लोबल कवरेज: 5G की कमियों की बात की जाए तो यह कहना गलत नहीं होगा कि अभी इसकी सुविधाएं पूरी दुनिया तक नहीं पहुंच पायी है.यह कुछ ही शहरों में फिलहाल मौजूद है. इसे पूरी तरह से फैलने में कई सालों का समय लग सकता है.

प्रसारण दूरी में कमी: 5G तेज गति से काम करता है, लेकिन 4G की तुलना में यह उतनी दूर तक नहीं जा पाता. इसके अलावा, ऊंची इमारतें और पेड़ 5G नेटवर्क की आवृत्ति को रोक सकते हैं जिसके परिणामस्वरूप विभिन्न समस्याएं पैदा हो सकती हैं.

अपलोड स्पीड में कमी: 5G नेटवर्क के आ जाने से भले ही आप डाउनलोड स्पीड में बढ़त देख पाएंगे. लेकिन, अगर हम इसके अपलोड स्पीड की बात करें तो यह केवल 100mbps तक की अपलोड स्पीड देने में ही सक्षम है.

साइबर सुरक्षा: 5G के आने से हैकिंग की समस्या बढ़ सकती है. बैंडविड्थ में विस्तार अपराधियों को आसानी से डेटाबेस चोरी करने की अनुमति देता है. 5G अधिक उपकरणों से जुड़ता है जिसकी वजह से इसपर हमलों की संभावना भी काफी अधिक होती है.

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