नई दिल्ली : भारत की राजधानी दिल्ली में निर्माणाधीन नई रिंग रोड से आप महज 20 मिनट में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) एयरपोर्ट का सफर तय कर लेंगे. यह बात केंद्रीय परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने घोषणा की है कि अर्बन एक्सटेंशन रोड 2 के तहत दिल्ली में एक प्रमुख रिंग रोड परियोजना अगले 2-3 महीनों में आम आदमी के लिए खोल दी जाएगी.
गडकरी ने कहा कि नई रिंग रोड से दिल्ली हवाई अड्डे तक यात्रा का समय 2 घंटे से घटकर 20 मिनट रह जाएगा. समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, राजमार्ग मंत्री ने प्राग की अपनी यात्रा के दौरान यह घोषणा की है. उन्होंने कहा कि अर्बन एक्सटेंशन रोड 2 अगले 2-3 महीने में खुल जाएगा. उन्होंने कहा कि आम तौर पर अगर आप दिल्ली आते हैं और फिर एयरपोर्ट जाते हैं, तो आपको यह सफर तय करने में कम से कम 2 घंटे लगेंगे, लेकिन इस रोड के खुलने के बाद आप 20 मिनट में एयरपोर्ट पहुंच सकते हैं.
प्राग में आयोजित 27वीं विश्व सड़क कांग्रेस में भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि पानीपत से दिल्ली आते समय एक आउटर रिंग रोड मिलती है. उसके बाद दिल्ली में अर्बन रिंग रोड 2 नाम से एक नई रिंग रोड बनाई गई है. यह अगले दो से तीन महीने में खुल जाएगी. इस सड़क के बनने के बाद आप दो घंटे की जगह सिर्फ 20 मिनट में सीधे टी3 एयरपोर्ट पहुंच सकेंगे. हमने शिव मूर्ति जंक्शन पर सड़क के अंदर एक बड़ी सुरंग भी बनाई है, जो एयरपोर्ट के नीचे से टी 3 को जोड़ती है.
गडकरी ने कहा कि अगले 2-3 महीनों के भीतर सड़क का उद्घाटन हो जाने के बाद शहर में यात्रा के समय में संभावित रूप से क्रांतिकारी बदलाव आएगा. अर्बन एक्सटेंशन रोड 2 के विकास से हवाई अड्डे और शहर के विभिन्न हिस्सों की यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए यात्रा के समय और भीड़ में काफी कमी आने की उम्मीद है. इस बुनियादी ढांचा परियोजना का उद्देश्य राष्ट्रीय राजधानी में कनेक्टिविटी बढ़ाना और यातायात की भीड़ को कम करना है. मंत्री ने यह भी कहा कि भारत ने अगले 3 से 4 वर्षों में दुनिया का नंबर एक ऑटोमोबाइल विनिर्माण केंद्र बनने का लक्ष्य रखा है.
गडकरी ने कहा कि पिछले नौ वर्षों में भारत में ऑटोमोबाइल उद्योग का आकार 4.5 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 12.5 लाख करोड़ रुपये हो गया है. मंत्री ने कहा कि ऑटोमोबाइल उद्योग ने देश के 4.5 करोड़ लोगों को नौकरियां दी हैं. नितिन गडकरी ने धीरे-धीरे डीजल और पेट्रोल के इस्तेमाल से दूर जाने की सरकार की रणनीति के बारे में भी बताया.
उन्होंने कहा कि नागपुर में सभी वाहन जैसे ट्रैक्टर, बसें और कारें बायो-सीएनजी के माध्यम से चल रही हैं. मेरा एक सपना है कि भारत को पेट्रोल और डीजल से छुटकारा मिले. इसे हासिल करना एक कठिन सपना है लेकिन असंभव नहीं है. 1 अक्टूबर को प्राग हवाई अड्डे पर पहुंचने पर भाजपा नेता का पारंपरिक ‘महाराष्ट्रीयन तरीके’ से स्वागत किया गया, जहां चेक गणराज्य में भारत के राजदूत हेमंत कोटालवार ने उनका स्वागत किया. प्राग की उनकी यात्रा उनके आधिकारिक दौरे का हिस्सा है, जिसमें 27वीं विश्व सड़क कांग्रेस में सड़क सुरक्षा पर मंत्रिस्तरीय सत्र में भागीदारी शामिल है.