3 सालों में इतने करोड़ हो जाएंगे Jio के यूजर्स, Airtel और VI का होगा यह हाल
रिलायंस जियो के ग्राहकों की संख्या 2026 तक 50 करोड़ होने की उम्मीद है. ब्रोकरेज हाउस बर्नस्टीन ने एक रिपोर्ट में बताया है कि...
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50 करोड़ तक पहुंचने के लिए जियो को जोड़ने होंगे 6 करोड़ 70 लाख नये ग्राहक
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वोडा-आइडिया के लिए हालात खराब हो सकते हैं
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फिलहाल नहीं बढ़ेंगे मोबाइल टैरिफ
रिलायंस जियो के ग्राहकों की संख्या 2026 तक 50 करोड़ होने की उम्मीद है. ब्रोकरेज हाउस बर्नस्टीन ने एक रिपोर्ट में बताया है कि रिलायंस जियो न केवल 50 करोड़ ग्राहकों के जादुई आंकड़े को छू लेगा, उसका मार्केट शेयर भी बढ़कर करीब 48% और रेवेन्यू शेयर करीब 47% रहने की संभावना है. रिलायंस जियो के मौजूदा ग्राहकों की संख्या 43 करोड़ 30 लाख है. 50 करोड़ तक पहुंचने के लिए रिलायंस जियो को अगले 3 वर्षों में लगभग 6 करोड़ 70 लाख नये ग्राहक जोड़ने होंगे.
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रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि फिलहाल मोबाइल टैरिफ में कोई खास बढ़ोतरी देखने को नहीं मिलेगी. हालांकि जब 2016 में जियो के मार्केट में उतरा था, तब कीमतों में तेज गिरावट देखने को मिली थी. प्राइस वॉर के कारण मूल्य 95% तक गिर गए थे. वित्त वर्ष 2026 तक जियो का आरपू (ARPU) यानी औसत राजस्व प्रति यूजर करीब 225 रुपये तक पहुंच जाएगा. बर्नस्टीन का अनुमान है कि 5जी से जियो के लिए रेवेन्यू के नये रास्ते खुलेंगे और इसी वजह से आरपू में बढ़ोतरी होगी.
बर्नस्टीन की रिपोर्ट में वोडाफोन-आइडिया के लिए अच्छी खबर नहीं है. रिपोर्ट के मुताबिक उसकी हालात और खराब होती जाएगी. वित्त वर्ष 2026 तक वोडा आइडिया का मार्केट शेयर 5 फीसदी लुढ़क कर 17% पर पहुंच जाएगा. वहीं रेवेन्यू शेयर भी गिरकर 13% हो जाएगा. भारती एयरटेल के मार्केट शेयर में 1 फीसदी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी. इसका मतलब वोडा-आइडिया को जो नुकसान होगा, उसका सीधा फायदा रिलायंस जियो को मिलेगा.