भारत में उबर के 10 साल : चार करोड़ हरित किलोमीटर का लक्ष्य किया हासिल

कैब सेवा प्रदाता कंपनी उबर की ओर से जारी की गई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि उसने इन 10 सालों के दौरान न केवल यहां के लोगों की यात्राओं को सुलभ बनाया है, बल्कि भारत के ड्राइवरों को करीब 50,000 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई करने में मदद भी की है.

By KumarVishwat Sen | August 31, 2023 2:40 PM

नई दिल्ली : मोबाइल ऐप आधार कैब सेवा प्रदान करने वाली कंपनी उबर के परिचालन का भारत में 10 साल पूरे हो गए हैं. इसके साथ ही, इन 10 सालों में कैब सेवा प्रदाता कंपनी उबर ने करीब चार करोड़ हरित किलोमीटर के लक्ष्य को भी हासिल कर दिया है. यह उसकी सभी जीरो उत्सर्जन यात्राओं से जुड़ा आंकड़ा है. सबसे बड़ी बात यह है कि भारत में उसके सभी सवारियों ने करीब 3,300 करोड़ किलोमीटर की दूरी तय की है. इसके बारे में कंपनी का कहना है कि यह पृथ्वी से चंद्रमा तक लगभग 86,000 बार यात्रा करने के बराबर है.

ड्राइवरों की कमाई के साथ यात्रा में क्रांतिकारी बदलाव

कैब सेवा प्रदाता कंपनी उबर की ओर से जारी की गई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि उसने इन 10 सालों के दौरान न केवल यहां के लोगों की यात्राओं को सुलभ बनाया है, बल्कि भारत के ड्राइवरों को करीब 50,000 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई करने में मदद भी की है. लोगों को रोजगार दिया है. कंपनी की रिपोर्ट में दावा भी कियाय गया है कि उसने भारत की यात्रा में क्रांतिकारी बदलाव किया है और 90 फीसदी भारतीय ऐसा मानते हैं. उबर ने इस सप्ताह जारी रिपोर्ट को अपने ड्राइवर पार्टनर और यूजर्स के सर्वे के आधार पर तैयार किया है. सर्वे के अनुसार, उबर ने न सिर्फ भारतीयों के ट्रैवल के अनुभव को बेहतर बनाया है, बल्कि साथ ही साथ उसने रोजगार का एक नया मॉडल भी तैयार किया है.

ऐप के जरिए 300 करोड़ यात्राएं

कंपनी की ओर से जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार, ऐप से जुड़े 30 लाख से अधिक ड्राइवर पार्टनर्स की बदौलत उबर इंडिया ऐप के जरिए कुल 300 करोड़ यात्राएं की गई हैं. कंपनी का दावा है कि यह संख्या अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम के 30 से अधिक बार चक्कर लगाने के बराबर है. उबर ऐप अब देश भर के 125 शहरों में उपलब्ध है। देश में एक दशक पूरा करने के मील के पत्थर के अवसर पर, कंपनी ने यह दिखाने के लिए एक लघु डिजिटल फिल्म जारी की कि कैसे उसने अपने गतिशीलता समाधानों और नवाचारों के माध्यम से लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित किया है.

उबर की ग्रुप राइड सुविधा शुरू

कंपनी ने अभी हाल ही में ‘ग्रुप राइड’ सुविधा शुरू की है, जो एक व्यक्तिगत ग्राहक को अपनी संबंधित उबर सवारी को तीन अन्य यात्रियों के साथ साझा करने की अनुमति देती है. यदि सभी यात्री एक ही गंतव्य पर यात्रा कर रहे हैं, तो उनके लिए यह सुविधा माकूल है. यह कार पूलिंग के समकक्ष एक कैब सेवा है और इसे एक-दूसरे को जानने वाले चार व्यक्ति साझा कर सकते हैं. इसके साथ, उबर इंडिया दो बिंदुओं के बीच आवागमन के अधिक किफायती तरीके का वादा कर रही है, क्योंकि यात्री अब ऐप-आधारित टैक्सी-हेलिंग सेवा पर अपनी सवारी साझा कर सकते हैं. अमेरिका आधारित कंपनी का दावा है कि उबर की सवारी करने वाला व्यक्ति इस सुविधा का उपयोग करके अंतिम भुगतान पर 30 प्रतिशत तक की बचत कर सकता है.

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पर्यावरण सुरक्षा में अहम योगदान का दावा

राइड हेलिंग ऐप कंपनी का दावा है कि उसने ड्राइवरों के लिए कमाई के नए आयाम तैयार करने और लोगों के लिए यात्रा के अनुभव को आसान बनाने के साथ-साथ पर्यावरण को लेकर भी योगदान दिया है. पिछले 10 सालों के परिचालन में उसने सड़कों पर कारों की संख्या कम करने में मदद की है. इससे अंतत: कारों के चलने से होने वाले उत्सर्जन को कम करने में मदद मिली है, जो पर्यावरण के लिए मददगार साबित हुआ है. सर्वे के अनुसार, आसानी से कैब उपलब्ध होने के चलते 72 फीसदी लोगों ने कार खरीदने के निर्णय को टाला या उसपर पुनर्विचार किया.

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