Right to Repair Portal: इस कदम का मुख्य उद्देश्य ग्राहकों को अधिक विकल्प और सुविधा प्रदान करना है.ऑटो सेक्टर में लगातार नए वाहन लॉन्च हो रहे हैं और कंपनियां ग्राहकों के बजट को ध्यान में रखकर विभिन्न सेगमेंट में वाहन पेश कर रही हैं. लेकिन एक बार वाहन खरीदने के बाद, जब मरम्मत की जरूरत होती है, तो ग्राहकों को कंपनी के अधिकृत सर्विस सेंटर पर ही निर्भर रहना पड़ता है, क्योंकि उनके पास थर्ड पार्टी सर्विस का विकल्प नहीं होता .
राइट टू रिपेयर पोर्टल
अब गाड़ियों की मरम्मत कराने में नहीं होगी परेशानी.केंद्र सरकार ने हाल ही में “राइट टू रिपेयर” पोर्टल लॉन्च किया है, जिसके तहत ग्राहक अब कंपनी के अधिकृत सर्विस सेंटर के अलावा किसी भी थर्ड पार्टी सर्विस प्रोवाइडर से भी अपनी गाड़ियों की मरम्मत करा सकते हैं
किस पार्ट्स को करा सकेंगे ठीक
आप इस पोर्टल पर इंजन पार्ट्स की मरम्मत या बदलाव,ट्रांसमिशन सिस्टम की मरम्मत या बदलाव,स्टीयरिंग और सस्पेंशन सिस्टम की मरम्मत,ब्रेक सिस्टम की मरम्मत या बदलाव,टायर और व्हील का बदलाव,बैटरी और इलेक्ट्रिकल सिस्टम की मरम्मत,इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल यूनिट्स की मरम्मत,लाइटिंग और वायरिंग सिस्टम की मरम्मत,इंटीरियर और एक्सटीरियर पैनलों की मरम्मत,सीट और डैशबोर्ड की मरम्मत,पेंट और बॉडी वर्क की मरम्मत करवा सकेंगे.
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राइट टू रिपेयर पोर्टल के लाभ
अब आप इस कंपनी के अधिकृत सर्विस सेंटर के अलावा किसी भी थर्ड पार्टी सर्विस प्रोवाइडर से भी अपनी गाड़ियों की मरम्मत करा सकते हैं इसमें आपको अधिक विकल्प और लचीलापन मिलेगा राइट टू रिपेयर पोर्टल के माध्यम से ग्आप प्रोडक्ट की मरम्मत की लागत के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं इससे मरम्मत की लागत में कमी आएगी अगर ग्आप ने कंपनी के अधिकृत सर्विस सेंटर के अलावा किसी अन्य सर्विस प्रोवाइडर से मरम्मत करवाई, तो भी उनकी वारंटी खत्म नहीं होगी कंपनी किसी भी बहाने से वारंटी खत्म नहीं कर सकती इस पोर्टल में मोबाइल, लैपटॉप, कृषि उपकरण, ऑटोमोबाइल और अन्य उपभोक्ता वस्तुओं के लिए रिपेयर विकल्प शामिल हैं