Road Safety Tips Explainer : सड़क पर गाड़ी चलाने से पहले जान लें सुरक्षा के नियम, वर्ना बन आएगी जान पर आफत

भारत की व्यस्त सड़कों पर चलने के लिए महत्वपूर्ण यातायात नियमों का पालन करना आवश्यक है, जो न केवल व्यवस्था को बढ़ावा देते हैं, बल्कि आपके जीवन को भी सुरक्षित बनाते हैं. हमें यातायात नियमों के तहत किन-किन हिदायतों का सख्ती से पालन करना जरूरी है, यह जानना बेहद आवश्यक है.

By KumarVishwat Sen | July 17, 2023 7:40 PM

Road Safety Tips News : अगर आप अपने शहर या मोहल्ले की सड़क पर गाड़ी, साइकिल, बाइक चलाने जा रहे हों अथवा पैदल ही क्यों न चल रहे हों, हर परिस्थिति में सड़क पर चलने या वाहन चलाने से पहले आपको सड़क सुरक्षा के उपायों और नियमों को जान लेना बेहद जरूरी है. अगर आप इसे नहीं जानते हैं और अंधाधुंध तरीके से वाहन चलाते हैं या सड़क पर बेतरतीब तरीके से पैदल ही चल रहे हैं, तो यह आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है. खासकर, जब आप गाड़ी चलाते हैं, तो आपको सड़क सुरक्षा नियमों को जानना तो सबसे अधिक जरूरी है, क्योंकि भारत में सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक और सांस्कृतिक विभिन्नता ही नहीं पाई जाती है, बल्कि भांति-भांति प्रकार की सड़कें भी पाई जाती हैं. किसी सड़क पर आपको बड़ा सा गड्ढा मिल जाएगा, तो कहीं पर सड़कों पर मोड़ काफी तीखा नजर आएगा. किसी मोहल्ले की सड़कों पर स्पीड ब्रेकरों भरमार रहेगी, तो कहीं आपको सड़क जानवरों का झुंड मिल जाएगा. ऐसी स्थिति में यदि आप सड़क सुरक्षा उपाय और यातायात नियमों को जाने बिना गाड़ी, बाइक या साइकिल चलाते हैं या फिर पैदल चलते हैं, तो दुर्घटना की भी चपेट में आ सकते हैं. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2022 के दौरान भारत में हुए सड़क हादसों के दौरान करीब 1,55,622 लोगों की मौत हो गई.

सबसे पहले यातायात नियमों का पालन करना जरूरी

भारत की व्यस्त सड़कों पर चलने के लिए महत्वपूर्ण यातायात नियमों का पालन करना आवश्यक है, जो न केवल व्यवस्था को बढ़ावा देते हैं, बल्कि आपके जीवन को भी सुरक्षित बनाते हैं. हमें यातायात नियमों के तहत किन-किन हिदायतों का सख्ती से पालन करना जरूरी है, यह जानना बेहद आवश्यक है.

नशे की हालत में गाड़ी न चलाएं

भारत में नशे की हालत में गाड़ी चलाना एक गंभीर चिंता का विषय बना हुआ है. एक रिपोर्ट के अनुसार, शराब पीकर वाहन चलाने की वजह से सड़क दुर्घटनाओं के कारण रोजाना करीब 19 लोग अपनी जान गंवा रहे हैं. इस खतरे से निपटने के लिए कानून में चालक के रक्त में अल्कोहल की मात्रा 0.03 फीसदी निर्धारित की गई है, जो प्रति 100 मिलीलीटर रक्त में 30 मिलीग्राम अल्कोहल के बराबर है. रक्त की निर्धारित सीमा को पार करने पर जुर्माना लगाने या कारावास की सजा देने का भी प्रावधान है.

चिंतित अवस्था या बात करते हुए गाड़ी चलाना खतरनाक

आपको यह भी बता दें कि केवल नशे की हालत में गाड़ी चलाना ही नुकसानदेह नहीं है, बल्कि अगर कोई व्यक्ति गंभीर चिंता की स्थिति में भी गाड़ी चला रहा है, तो वह भी उसके लिए खतरनाक साबित हो सकता है. इसके अलावा, अगर कोई गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन पर बात कर रहा है, तो ऐसा करना सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के विरुद्ध है. गाड़ी चलाते समय मोबाइल पर बात करने से भी सड़क हादसों में काफी इजाफा हुआ है. एक अक्टूबर, 2020 से प्रभावी संशोधित मोटर वाहन नियम के तहत ड्राइविंग करते समय मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर प्रतिबंधित लगा दिया गया है.

बीमा कवरेज का रखें ध्यान

बीमा चूक के कारण उचित सुरक्षा के बिना गाड़ी चलाने पर जुर्माना लग सकता है. निरंतर बीमा कवरेज सुनिश्चित करना न केवल कानून का अनुपालन करना है, बल्कि अप्रत्याशित दुर्घटनाओं के मामले में आपके वित्तीय और कानूनी हितों की भी रक्षा करता है.

स्पीड लिमिट में गाड़ी चलाना जरूरी

भारत में सड़क दुर्घटनाओं में तेज गति का महत्वपूर्ण योगदान है. 2018 में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हुए सड़क हादसों में 66 फीसदी मामलों के लिए हाईस्पीड जिम्मेदार है. हाईस्पीड की वजह से वर्ष 2022 टाटा संस के पूर्व चेयरमैन सायरस मिस्त्री की महाराष्ट्र के पालघर जिले में सूर्या नदी के पुल पर सड़क हादसे में मौत हो गई थी. हालांकि, मोटर वाहन कानून में स्पीड लिमिट क्रॉस करने के बाद जुर्माना लगाने का भी प्रावधान है, लेकिन यह राज्यों और गति की सीमा के आधार पर तय किया जाता है.

गाड़ी चलाते वक्त सीटबेल्ट लगाएं

सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए कार, बस, ट्रक, टैंपो आदि में प्रवेश करते ही सबसे सीट बेल्ट बांधने की आदत डालनी चाहिए. सीटबेल्ट कानूनों के उल्लंघन पर जुर्माना लगाया जा सकता है.

हेलमेट की लापरवाही के लिए कोई बहाना नहीं

दोपहिया वाहन चलाने के समय केवल ड्राइवर ही नहीं, बल्कि उस पर बैठे सभी लोगों को हेलमेट का अनिवार्य रूप से उपयोग करने की आवश्यकता है. हेलमेट नियमों का पालन नहीं करने पर जुर्माना लगाया जा सकता है या तीन महीने तक के लिए लाइसेंस रद्द किया जा सकता है.

रेड लाइट पर रुकना जरूरी

गाड़ी चलाते वक्त रेडलाइट का खास ख्याल रखना जरूरी है. रेडलाइट जंप करने से न केवल जान को खतरा होता है, बल्कि इसके गंभीर परिणाम भी भुगतने पड़ते हैं. रेडलाइट जंप करने पर 5,000 रुपये तक जुर्माना लगाया जा सकता है. जुर्माने से बचने के लिए समय की कमी होने पर भी यातायात संकेतों का निष्ठापूर्वक पालन करना महत्वपूर्ण है.

नो एंट्री के नियमों का पालन करें

कभी-कभी विशेष परिस्थिति में वन वे ट्रैफिक होने पर यातायात पुलिस के द्वारा नो एंट्री का संकेतक लगा दिया जाता है. गाड़ी चलाते वक्त हमें इसका भी ध्यान रखना चाहिए. इन प्रतिबंधित क्षेत्रों में प्रवेश करने से सामने से आने वाले वाहनों के साथ टक्कर हो सकती है, जिससे सड़क चालक और गाड़ी में सवार यात्रियों के लिए खतरा पैदा हो सकता है.

पैदल चलने वालों के लिए सड़क सुरक्षा नियम

पैदल यात्रियों के रूप में, हम सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. इन सात महत्वपूर्ण नियमों का पालन करके हम अपनी सुरक्षा कर सकते हैं और सुरक्षित यातायात वातावरण में योगदान दे सकते हैं. आइए, पैदल यात्री सुरक्षा के लिए इन दिशानिर्देशों पर एक नजर डालें.

  • पैदल यात्री केवल निर्दिष्ट स्थानों जैसे क्रॉसिंग, फुट ओवर ब्रिज या जेबरा क्रॉसिंग पर ही सड़क पार करें.

  • सड़क पर कदम रखने से पहले गाड़ियों की जांच करने के लिए हमेशा दोनों तरफ देखें.

  • पैदल यात्री बिना क्रॉसिंग या अज्ञात क्षेत्रों से सड़क पार करने से बचें.

  • बच्चों को सड़क सुरक्षा नियमों और पैदल यात्री क्रॉसिंग के महत्व के बारे में शिक्षित करें.

  • मोबाइल फोन बात करते हुए या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से गीत सुनते हुए सड़क पर न चलें या खड़े न हों.

  • चौराहों पर पहुंचते समय सावधानी बरतें और वाहनों को मोड़ते समय हमेशा सचेत रहें.

  • यातायात पुलिस अधिकारियों या क्रॉसिंग पर तैनात ट्रैफिक कर्मचारियों द्वारा दिए गए किसी भी निर्देश का सम्मान करें और उसका पालन करें.

बच्चों के लिए सड़क सुरक्षा नियम

सड़क पर बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना बेहद महत्वपूर्ण है. उन्हें कम उम्र से ही सड़क सुरक्षा नियम सिखाने से अच्छी आदतें विकसित करने और संभावित खतरों से बचाने में मदद मिल सकती है.

  • पैदल यात्री क्रॉसिंग का इस्तेमाल करें और ट्रैफिक सिग्नल की प्रतीक्षा करें, जिससे यह पता चले कि इसे पार करना सुरक्षित है.

  • सड़क पार करने से पहले सभी दिशाओं में देखें, भले ही ट्रैफिक सिग्नल हरी बत्ती दिखा रहा हो.

  • वाहनों के सीधे संपर्क से बचने के लिए सड़क से दूर फुटपाथ या फुटपाथ पर चलें. यदि फुटपाथ अनुपलब्ध है, तो आने वाले यातायात की ओर मुंह करके चलें.

  • आने वाले यातायात की पूरी तरह से जांच किए बिना कभी भी सड़क पर न दौड़ें और न ही तेजी से दौड़ें.

  • यातायात संकेतों, जैसे रुकने के संकेत और पैदल यात्री क्रॉसिंग संकेत का अर्थ जानें और समझें.

  • एक नियम के रूप में सड़क पर चलते समय छोटे बच्चों के साथ एक वयस्क होना चाहिए.

ड्राइवरों के लिए सड़क सुरक्षा नियम

ड्राइवर, साइकिल चालक और सवार के रूप में, यह हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम अपनी और दूसरों की सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता दें. इन आवश्यक नियमों का पालन करके हम सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में मदद कर सकते हैं और सभी के लिए एक सुरक्षित सड़क वातावरण बना सकते हैं.

  • मोटरसाइकिल या साइकिल चलाते समय हेलमेट पहनें.

  • यातायात संकेतों, गति सीमा और लेन चिह्नों सहित यातायात कानूनों का सम्मान करें और उनका पालन करें.

  • अन्य सड़क उपयोगकर्ताओं को अपने इरादे बताने के लिए हाथ के संकेतों या संकेतकों का इस्तेमाल करें.

  • दूसरे वाहनों से सुरक्षित दूरी बनाए रखें, खासकर साइकिल या मोटरसाइकिल चलाते समय.

  • शराब या नशीली दवाओं का सेवन करने के बाद सवारी गाड़ी या निजी वालन न चलाएं.

  • साइकिल चलाते समय जब भी उपलब्ध हो निर्दिष्ट साइकिल लेन या बाइक लेन का पालन करें.

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