सैन फ्रांसिस्को : एप्पल का आईफोन-13 अगले महीने लॉन्च किये जाने की उम्मीद है. इसके पहले एप्पल इनसाइडर ने कहा है कि एप्पल के विश्लेषक के मुताबिक, नया आईफोन-13 में लो अर्थ ऑर्बिट (एलईओ) उपग्रह संचार कनेक्टिविटी होगी. इससे उपयोगकर्ता कॉल कर सकते हैं और संदेश भी भेज सकते हैं.
एप्पल के विश्लेषक मिंग-ची कू के मुताबिक, ”आईफोन-13 में एक अनुकूलित बेसबैंड चिप के कारण उपग्रह संचार का उपयोग करने की क्षमता होगी.” अर्थात्, आईफोन 13 के उपयोगकर्ता 4जी या 5जी कनेक्शन के बिना कॉल कर सकेंगे और संदेश भेज सकेंगे.
कू के मुताबिक, ”ग्लोबलस्टार के साथ एप्पल के बिजनेस मॉडल सहयोग के लिए कई संभावित परिदृश्य हैं.” सबसे सरल परिदृश्य है कि यदि उपयोगकर्ता के ऑपरेटर ने पहले ही ग्लोबलस्टार के साथ मिलकर काम किया है, तो उपयोगकर्ता सीधे ऑपरेटर की सेवा के माध्यम से iPhone 13 पर ग्लोबलस्टार की उपग्रह संचार सेवा का उपयोग कर सकता है.”
कू का कहना है कि अन्य विक्रेता जो उपग्रह संचार कार्य चाहते हैं, उन्हें 2022 में कुछ बिंदु तक एक साल इंतजार करना होगा. आगामी X65 बेसबैंड चिप का उपयोग करना होगा. यह वर्तमान में स्पष्ट नहीं है कि उपग्रह संचार का समर्थन लेने के लिए Apple ने X60 के साथ क्या किया है.
यह भी स्पष्ट नहीं है कि प्रौद्योगिकी के लिए जरूरी एंटीना सारणी के लिए ऐप्पल को क्या लागू करने की जरूरी होगी. अधिकतर सैटेलाइट फोन क्लासिक नोकिया फीचर-फोन डिजाइन से मिलते-जुलते हैं, जिसमें एक एंटीना होता है. कुछ मामलों में, उपग्रह सिग्नल को पकड़ने और रिले करने के लिए कुछ अन्य बाहरी उपकरण होते हैं.
कू का मानना है कि यह तकनीक में एप्पल का पहला कदम है. ‘आईफोन 13’ में शामिल किये जाने को ‘नये उत्पादों के साथ एकीकृत किये जा सकनेवाले नये उपयोगकर्ता अनुभव’ कहा जाता है. साथ ही कैमरा में भी बदलाव का दावा किया गया है. इसमें सेंसर रिजॉल्यूशन में वृद्धि, बड़े लेंस और प्रो मॉडल पर ऑटोफोकस को शामिल करना शामिल है.