Chandrayaan-3 के लैंड होते ही सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगी ये पुरानी तस्वीरें, देखें Photos

साल 2019 में आखिरी बाधा पर अपने पिछले मिशन की निराशाजनक विफलता के बाद इसरो को कल यानी कि बुधवार की लैंडिंग का बेसब्री से इंतजार था. यह लैंडिंग सफल रही जिसके बाद सभी ने चैन की सांस ली. सफल लैंडिंग के बाद भारत इकलौता ऐसा देश बनकर सामने आया जिसने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर अपना यान लैंड करवाया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 24, 2023 1:32 PM

रूसी लैंडर के दुर्घटनाग्रस्त होने के कुछ ही दिनों बाद चंद्रयान-3 आज कल यानी कि बुधवार की शाम चंद्रमा पर उतरा, जिसे चंद्र अन्वेषण और अंतरिक्ष शक्ति के रूप में भारत की स्थिति के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है. जैसे ही देश ने इस विशाल उपलब्धि का जश्न मनाया, एक्स (पूर्व में ट्विटर) पूर्व इसरो प्रमुख के सिवन की तस्वीरों से भर गया. तस्वीरों में सिवन 2019 में चंद्रयान-2 मिशन की विफलता के बाद भावुक नजर आ रहे हैं. कुछ तस्वीरों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें सांत्वना देते हुए भी नजर आ रहे हैं। तस्वीरों से यह संदेश गया कि असफलता सफलता की सीढ़ी मात्र है. पीएम मोदी ने बधाई संदेश में भारत के पिछले चंद्रमा मिशन का जिक्र करते हुए कहा, यह दिन इस बात का उदाहरण है कि अपनी हार से सीखकर सफलता कैसे हासिल की जाए.


लैंडिंग का बेसब्री से था इंतजार

2019 में आखिरी बाधा पर अपने पिछले मिशन की निराशाजनक विफलता के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को बुधवार की लैंडिंग का बेसब्री से इंतजार था. चंद्रयान-2 के चंद्र मॉड्यूल से लैंडिंग से कुछ क्षण पहले मिशन नियंत्रण का संपर्क टूट गया. बेंगलुरु में इसरो मुख्यालय में के सिवन भावुक हो गए. प्रधानमंत्री, जो लैंडिंग कार्यक्रम देखने के लिए दक्षिणी शहर गए थे, ने श्री सिवन को गले लगाया और सांत्वना दी. श्री सिवन ने आज चंद्रयान-3 मिशन पर कहा, हम वास्तव में उत्साहित हैं… हम इस पल का लंबे समय से इंतजार कर रहे थे. मैं बहुत खुश हूं.


मिशन नियंत्रण तकनीशियनों ने जमकर मनाई खुशी

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने मिशन की सफलता को अपने देश की सीमाओं से परे एक विजय के रूप में घोषित करने के लिए एक लाइव प्रसारण पर मोटे तौर पर मुस्कुराया. दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स राजनयिक शिखर सम्मेलन से इतर मोदी ने कहा, इस खुशी के मौके पर मैं दुनिया के लोगों को संबोधित करना चाहूंगा. आगे बताते हुए उन्होंने कहा उन्होंने कहा, भारत का सफल चंद्रमा मिशन सिर्फ भारत का ही नहीं है. यह सफलता पूरी मानवता की है. मानवरहित चंद्रयान-3, जिसका संस्कृत में अर्थ है “मूनक्राफ्ट”, शाम 6:04 बजे उतरा, जब मिशन नियंत्रण तकनीशियनों ने जमकर खुशी मनाई और अपने सहयोगियों को गले लगाया.

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