एयर इंडिया फ्लाइट में पैसेंजर के मोबाइल चार्जर में लगी आग, जानें आखिर क्यों होती है ऐसी घटनाएं
समस्याग्रस्त मोबाइल चार्जर को हटा दिया गया और करीब 40 मिनट बाद फ्लाइट ने दिल्ली के लिए उड़ान भरी. जानकारी के लिए बता दें पिछले साल भी इसी तरह की एक अन्य घटना में, इंडिगो की डिब्रूगढ़-दिल्ली फ्लाइट में एक यात्री के मोबाइल फोन में बीच यात्रा के दौरान आग लग गई थी.
Mobile Charger Catches Fire Inside Air India Flight: कल यानी कि 17 जुलाई की दोपहर को दिल्ली के लिए उड़ान भरने के लिए तैयार उदयपुर एयरपोर्ट पर एयर इंडिया के एक फ्लाइट को उस समय वापस बुला लिया गया जब एक यात्री के मोबाइल फोन में समस्या का संदेह हुआ. यह फ्लाइट उस समय टेकऑफ से पहले जमीन पर ही चल रही थी. हालांकि, इस घटना के बारे में ज्यादा जानकारी फिलहाल उपलब्ध नहीं है, लेकिन जानकार लोगों ने मामले पर बात करते हुए बताया कि फ्लाइट AI470 जमीन पर ही चल रही थी जब एक यात्री के मोबाइल चार्जर में समस्या का पता चला. जानकारी देते हुए उस व्यक्ति ने कहा कि क्योंकि यात्रियों की सुरक्षा सबसे ऊपर रखी जाती है, इसलिए फ्लाइट पुशबैक के आठ मिनट के भीतर उदयपुर हवाई अड्डे टर्मिनल पर वापस लौट आया.
40 मिनट बाद फ्लाइट ने भरी उड़ान
समस्याग्रस्त मोबाइल चार्जर को हटा दिया गया और करीब 40 मिनट बाद फ्लाइट ने दिल्ली के लिए उड़ान भरी. जानकारी के लिए बता दें पिछले साल भी इसी तरह की एक अन्य घटना में, इंडिगो की डिब्रूगढ़-दिल्ली फ्लाइट में एक यात्री के मोबाइल फोन में बीच यात्रा के दौरान आग लग गई थी. एविएशन रेगुलेटर DGCA के अधिकारियों के अनुसार, केबिन क्रू ने आग बुझाने वाले यंत्र की मदद से इसपर काबू पाया. चलिए जानते हैं आखिर ऐसी घटनाएं घटती क्यों है और इसपर किस तरह से काबू पाया जा सकता है.
नॉन सर्टिफाइड चार्जर, केबल और एडेप्टर का न करें इस्तेमाल
एक स्मार्टफोन को चार्ज करते समय अगर आप कोई सबसे बड़ी गलती कर सकते हैं तो वह है थर्ड पार्टी चार्जर, एडेप्टर और केबल का इस्तेमाल करना. अगर आप खुद को और अपने स्मार्टफोन को किसी भी तरह की दुर्घटना से सुरक्षित रखना चाहते हैं तो इस बात का ध्यान जरूर रखें कि हमेशा एक सर्टिफाइड चार्जर, केबल और एडेप्टर का ही इस्तेमाल करें. इस तरह के इलेक्ट्रिकल कंपोनेंट्स की खरीददारी करते समय पैसों की बचत करने के बजाय खुद की सुरक्षा के बारे में पहले सोचें.
थर्ड पार्टी बैटरी का इस्तेमाल
स्मार्टफोन ब्लास्ट होने के पीछे का एक और मुख्य कारण है उसमें थर्ड पार्टी बैटरी का इस्तेमाल करना. अगर आप नहीं जानते तो बता दें जो बैटरियां होती हैं वह डीग्रेड होने के लायक होती हैं. ये बैटरियां समय के साथ खराब हो जाती हैं और उनका परफॉरमेंस भी कम हो जाता है. अगर आपके स्मार्टफोन के बैटरी में भी ऐसी समस्याएं आती हैं तो हम आपको सलाह देंगे कि या तो एक नया डिवाइस खरीदें या उन्हें कंपनी या ऑथोराइज्ड स्टोर से बदलवा लें. अगर आपने समय रहते उसे नहीं बदलवाया तो कोई बड़ी दुर्घटना भी घट सकती है.
स्मार्टफोन में फिजिकल डैमेज
स्मार्टफोन को लापरवाह तरीके से इस्तेमाल करने से न केवल उसके बाहरी हिस्से पर इसका असर पड़ता है बल्कि, उसके इंटरनल कंपोनेंट्स पर भी इसका काफी बुरा असर पड़ता है. इंटरनल कंपोनेंट्स में बैटरियां भी आती हैं. स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते समय अगर आप देखें कि उसकी बैटरी फूल गयी है या उसमे सूजन आ गयी है तो इसे नजरअंदाज न करें. अगर आपने इसे नजरअंदाज करते हैं तो आपके स्मार्टफोन के बैटरी में शार्ट सर्किट भी हो सकती हैं. कवाल यहीं नहीं वह लीक और ओवरहीट भी हो सकती है.
बिस्तर या तकिये के नीचे रखकर स्मार्टफोन को चार्ज करना
आपको यह सुनकर हंसी आयी होगी, लेकिन कई लोग वास्तव में ऐसा करते हैं. वे चार्जिंग के समय अपने स्मार्टफोन को बिस्तर या फिर तकिये ने नीचे रख देते हैं. अगर आप भी इस तरह की गलती करते हैं तो हम आपको सलाह देंगे कि ऐसा करने से बचें. अगर आप ऐसा करते हैं तो आपके स्मार्टफोन में गर्म होकर शार्ट सर्किट होने के चान्सेस काफी बढ़ जाते हैं.
चार्जिंग के समय स्मार्टफोन का इस्तेमाल
स्मार्टफोन ब्लास्ट होने के पीछे यह भी एक सबसे बड़ा कारण माना जा सकता है. हमने अक्सर लोगों को अपने स्मार्टफोन्स को चार्ज में लगाकर इस्तेमाल करते हुए देखा है. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि चार्जिंग के समय आपका स्मार्टफोन काफी गर्म हो जाता है. उसपर अगर आप उसे इस्तेमाल करने लगें तो वह और भी ज्यादा गर्मी पैदा करने लगती है. इसलिए हम आपको सलाह देंगे कि जब भी आप अपने स्मार्टफोन को चार्ज पर लगाएं उसे इस्तेमाल करने से बचें.