वोडा समूह से 500 करोड़ रुपये जुटाने के लिए 22 जून को होगी वीआईएल के बोर्ड की बैठक
वोडाफोन आइडिया के बोर्ड की 22 जून को बैठक होने वाली है, जिसमें 500 करोड़ रुपये के फंड जुटाने के प्रस्ताव पर विचार और मंजूरी दी जाएगी. यह राशि वोडाफोन समूह से संबंधित एक या अधिक संस्थाओं को तरजीही आधार पर इक्विटी शेयर या परिवर्तनीय वारंट जारी कर जुटाई जाएगी.
वोडाफोन आइडिया लिमिटेड (VIL) के बोर्ड की बैठक 22 जून को होने वाली है, जिसमें वोडाफोन समूह से 500 करोड़ रुपए जुटाने के प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा और उसे मंजूरी दी जाएगी. यह राशि वोडाफोन समूह से संबंधित एक या अधिक संस्थाओं को तरजीही आधार पर इक्विटी शेयर या परिवर्तनीय वारंट जारी कर जुटाई जाएगी.
वीआईएल ने बताया ये बात
VIL ने रविवार की शाम में शेयर बाजार को बताया, ‘‘वोडाफोन समूह (कंपनी के प्रवर्तकों में से एक) से संबंधित एक या अधिक संस्थाओं को तरजीह आधार पर इक्विटी शेयर या परिवर्तनीय वारंट जारी करके 500 करोड़ रुपये तक की धनराशि जुटाने के प्रस्ताव पर विचार करने के लिए कंपनी के निदेशक मंडल की एक बैठक बुधवार, 22 जून 2022 को होगी.” यह कदम ऐसे वक्त में उठाया गया है जब भारतीय दूरसंचार बाजार 5G स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए तैयार है.
कर्ज में डूबी वोडाफोन आइडिया ने चुना था ये विकल्प
बता दें, कर्ज में डूबी वोडाफोन आइडिया (VIL) ने सरकार को देय लगभग 16,000 करोड़ रुपये की ब्याज देनदारी को इक्विटी में बदलने का विकल्प चुना था. इससे सरकार की कंपनी में करीब 33 फीसदी हिस्सेदारी होनी थी. वहीं दूरसंचार विभाग के सूत्रों ने कहा कि VIL का इक्विटी रूपांतरण प्रस्ताव अंतिम चरण में है और उसी पर आवश्यक अनुमोदन 7-10 दिनों में शुरू होने की उम्मीद है.
ऐसे रखा गया था Vi नाम
दरअसल वोडाफोन आइडिया कंपनी विलय के करीब दो साल बाद अपने नए नाम घोषित किया था. जिसके बाद Vodafone Idea को नए नाम Vi से जाना जाने लगा. Vi की घोषणा के दौरान सीईओ रविन्द्र टक्कर ने कहा था, ‘दो ब्रांडों को सम्मिलित करना दुनिया में सबसे बड़े दूरसंचार का एकीकरण है.’ इससे हमें शेयर में 10 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है. उस दौरान नए नाम की घोषणा के साथ कंपनी ने अपने टैरिफ प्लान में कोई बदलाव नहीं किया था.
(भाषा इनपुट के साथ)