बीएस3, बीएस4 और बीएस6 मानक क्या है? गाड़ी खरीदने से पहले ले लें जानकारी

बीएस3 मानक भारत में प्रदूषण को कम करने के लिए सरकार की ओर से वाहनों के लिए तय किया गया एक मानक है. वाहनों में इसकी शुरुआत साल 2000 से हुई थी.

By KumarVishwat Sen | November 16, 2023 8:29 AM

नई दिल्ली : जाड़े का मौसम शुरू होते ही दिल्ली समेत देश के प्राय: सभी छोटे-बड़े शहरों में प्रदूषण बढ़ने लगा है और वहां की वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बदतर स्थिति में पहुंचने लगी है. देश की राजधानी दिल्ली में सरकार ने बीएस मानक वाले डीजल-पेट्रोल इंजन वाहनों की आवाजाही पर लगे प्रतिबंध को आगे बढ़ा दिया है. इसके साथ ही, दिल्ली सरकार की ओर से प्रदूषण को कम करने के लिए एंटी स्मोक मोबाइल वैन के जरिए कृत्रिम बारिश कराई जा रही है. उधर, सुप्रीम कोर्ट ने भी सरकार को हिदायत दी है कि पेट्रोल-डीजल से चलने वाले वाहनों का प्रदूषण बढ़ाने में केवल 17 फीसदी हिस्सेदारी है. सबसे बड़ी बात यह है कि लोगों को यह जानना बेहद जरूरी है कि वाहनों का मानक बीएस होता क्या है. तो फिर आइए, जानते हैं…

बीएस मानक क्या है

सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि बीएस क्या है? बीएस का फुलफॉर्म भारत स्टेज होता है. यह वाहनों के प्रदूषण को मापने वाला एक मानक है. भारत में चलने वाले वाहनों के लिए सरकार की ओर से यह मानक तैयार किया गया है. अब आप सवाल यह भी पूछ सकते हैं कि किसी गाड़ी के बारे में यह कैसे पता लगाया जा सकता है कि कौन सी गाड़ी का बीएस मानक क्या है? इसका जवाब यही होगा कि किसी भी गाड़ी का बीएस मानक का पता उसके नंबर से चलता है. उस नंबर के जरिए पता लगाया जाता है कि इस नंबर वाला वाहन कितना प्रदूषण फैलाएगा. इन नंबरों में बीएस3, बीएस4 और बीएस6 शामिल है.

बीएस3 क्या है

बीएस3 मानक भारत में प्रदूषण को कम करने के लिए सरकार की ओर से वाहनों के लिए तय किया गया एक मानक है. वाहनों में इसकी शुरुआत साल 2000 से हुई थी. इस से बने बने हुए वाहनों को बीएस2 मानक में रखा गया था. इससे पहले बने वाहनों को बीएस1 मानक में रखा गया था. भारत स्टेज मानक के शुरू होने के करीब साल 2010 और उसके बाद बने वाहनों को बीएस3 मानक में रखा गया है.

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क्या है बीएस4

बीएस3 के बाद सरकार की ओर से वाहनों के प्रदूषण को कम करने के लिए बीएस4 मानक तय किया गया. इसके लिए कंपनियों की ओर से गाड़ियों के इंजन में कई अपडेट किए गए. बीएस4 मानक को भारत में एक अप्रैल 2017 से लागू किया गया. इसका मतलब यह कि एक अप्रैल 2017 और उसके बाद बने वाहन बीएस4 मानक के अंदर है.

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बीएस6 के बारे में जानें

भारत में वाहनों से होने वाले प्रदूषण को और कम करने के लिए सरकार की ओर से बीएस6 मानक को लागू किया गया. इस समय पूरे देश में बीएस6 मानक वाले वाहनों की ही बिक्री की जा रही है. बीएस6 के पहले चरण को एक अप्रैल 2020 से लागू किया गया. इसके बाद एक अप्रैल 2023 से बीएस6 के दूसरे चरण को लागू किया गया है.

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