Herd Immunity Fight Coronavirus Outbreak: चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना नाम के राक्षस का आतंक बढ़ता ही जा रहा है. ऐसे में दुनियाभर में इसे लेकर जागरूकता फैलाने और इससे बचने के उपाय तलाशने की कवायद चल पड़ी है. लोगों को इस वायरस से बचे रहने के लिए कभी ढंग से हाथ धोने की सलाह दी जा रही है, तो कभी चेहरे पर मास्क लगाने की.
जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस से लड़ने के लिए लोगों को अस्पतालों में भेज रही है. क्वारंटीन कर रही है. लोग आइसोलेशन में जा रहे हैं. ऐसे आलम में यूनाइटेड किंगडम के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार सर पैट्रिक वैलेंस ने सरकार को ऐसी सलाह दी कि जिससे वहां के लोगों के होश उड़ गये.
सर पैट्रिक वैलेंस की सलाह है कि देश की 60 प्रतिशत आबादी को कोरोना वायरस से संक्रमित कर दी जाए. इसके बाद सभी संक्रमित लोग कुछ दिन बाद इस वायरस से इम्यून हो जाएंगे. सर पैट्रिक वैलेंस की यह सलाह भले ही हैरतअंगेज और डरावनी लगे, लेकिन उनकी इस सलाह के पीछे एक बड़ी मेडिकल थ्योरी छिपी है. इसे हर्ड इम्यूनिटी कहते हैं.
कोरोना वायरस के बीच हर्ड इम्यूनिटी की बात हो रही है, जिसमें आबादी का एक बड़ा हिस्सा किसी बीमारी से ग्रसित होता है और उनमें से कई लोग रिकवर करते हैं. ऐसे लोगों को यह बीमारी दोबारा नहीं होती. हर्ड इम्यूनिटी शुरू होते ही आउटब्रेक अपने आप खत्म हो जाता है और बीमारी के लिए शिकार ढूंढना मुश्किल होता है.
पहला मामला सामने आने के तीन महीने बाद दुनियाभर में इससे 11,800 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. लगभग 170 से अधिक देश कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं. लाखों की संख्या में लोग इससे संक्रमित हुए हैं. इस वायरस से संक्रमित लोगों के मौत के आंकड़ों ने दुनियाभर में दहशत का माहौल बना दिया है. यही नहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना को महामारी घोषित कर दिया है.
भारत के लिए यह समय बेहद संवेदनशील है. दो सप्ताह तक हमने कोरोना को कंट्रोल में रखा है. तीसरे और चौथे सप्ताह में सबसे ज्यादा एहतियात बरतने की जरूरत है. क्योंकि दुनिया के सभी देशों में देखा गया है कि इसी समय कोरोना के विषाणु तेजी से फैलते हैं.
अगर भारत ने इस समय कोराेना को फैलने से रोक लिया, तो CoVID 19 पर यह बहुत बड़ी जीत मानी जाएगी. यदि आप भारत को जीतता हुआ देखना चाहते हैं, तो सावधान रहें, सतर्क रहें और कोरोना का कोई भी लक्षण दिखे तो सीधे डॉक्टर से संपर्क करें.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.