Ford की साणंद फैक्ट्री को लेकर क्या है Tata Motors का फ्यूचर प्लान? पढ़ें पूरी खबर
टाटा मोटर्स ने हाल ही में अपनी अनुषंगी टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड (टीपीईएमएल) के जरिये इस संयंत्र का अधिग्रहण पूरा किया है. इस अधिग्रहण में 726 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है.
Tata Ford Plant: घरेलू वाहन विनिर्माता टाटा मोटर्स अपना उत्पादन बढ़ाने के लिए अमेरिकी कंपनी फोर्ड से अधिग्रहीत साणंद विनिर्माण संयंत्र का अगले 12-18 महीनों में वाणिज्यिक परिचालन शुरू करने की तैयारी में है.
टाटा मोटर्स के यात्री वाहन कारोबार प्रमुख शैलेश चंद्रा ने विश्लेषकों के साथ चर्चा में कहा कि कंपनी ने गुजरात के साणंद स्थित फोर्ड संयंत्र का अगले एक-डेढ़ साल में परिचालन शुरू करने का लक्ष्य रखा है.
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टाटा मोटर्स ने हाल ही में अपनी अनुषंगी टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड (टीपीईएमएल) के जरिये इस संयंत्र का अधिग्रहण पूरा किया है. इस अधिग्रहण में 726 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है.
फोर्ड के भारत से अपना कारोबार वर्ष 2021 में समेटने के बाद से तीन लाख वाहनों की उत्पादन क्षमता वाले साणंद संयंत्र में कामकाज ठप पड़ा हुआ है. इस दौरान टाटा मोटर्स ने अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए इस संयंत्र का अधिग्रहण करने का मन बनाया.
फोर्ड का यह संयंत्र साणंद में स्थित टाटा मोटर्स के मौजूदा संयंत्र से सटा हुआ है. टाटा मोटर्स इसे अपने मौजूदा एवं भावी वाहनों के मंच के अनुरूप ढालने के लिए जरूरी निवेश भी करेगी.
चंद्रा ने कहा, कंपनी की मौजूदा उत्पादन क्षमता लगभग 50,000 वाहन मासिक की है. हम अपने दो मौजूदा संयंत्रों में भी 10-15 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने जा रहे हैं. इसके अलावा, फोर्ड संयंत्र की क्षमता को भी बढ़ाकर 4.2 लाख इकाई सालाना किया जा सकता है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि टाटा मोटर्स के वाहनों को बीएस-6 उत्सर्जन मानकों के सख्त दूसरे चरण के अनुरूप ढालने का काम तेजी से जारी है. सरकार ने इसके लिए एक अप्रैल, 2023 की समयसीमा तय की हुई है. (भाषा इनपुट के साथ)