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WhatsApp Data Breach: 50 करोड़ व्हाट्सऐप नंबर की ऑनलाइन सेल, भारतीय यूजर्स का डेटा भी शामिल

whatsapp data leak and online sale : रिपोर्ट्स के अनुसार, लगभग 50 करोड़ व्हाट्सऐप यूजर्स के कॉन्टैक्ट डीटेल्स ऑनलाइन बेचे जा रहे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 26, 2022 3:07 PM

WhatsApp Number For Sale: व्हाट्सऐप यूजर्स का डेटा खतरे में है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लगभग 50 करोड़ व्हाट्सऐप यूजर्स के कॉन्टैक्ट डीटेल्स ऑनलाइन बेचे जा रहे हैं. व्हाट्सऐप के करीब 50 करोड़ यूजर्स के फोन नंबरों को सेल के लिए ऑनलाइन डाल दिया गया है. यह इतिहास के सबसे बड़े डेटा उल्लंघनों में से एक हो सकता है. साइबरन्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक हैकिंग कम्युनिटी फोरम पर एक विज्ञापन डाला गया है, जिसमें दावा किया गया है कि लगभग 50 करोड़ व्हाट्सऐप यूजर्स के मोबाइल नंबर बिक्री के लिए उपलब्ध हैं. डेटाबेस में 84 विभिन्न देशों के व्हाट्सऐप यूजर्स के मोबाइल नंबर शामिल हैं. इनमें भारत के अलावा, अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, मिस्र, सऊदी अरब के यूजर्स शामिल हैं.

फिशिंग के लिए डेटा का इस्तेमाल

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि व्हाट्सऐप की इस लीक्ड इंफॉर्मेशन का इस्तेमाल ज्यादातर फिशिंग हमलों के लिए किया जाता है. ऐसे में व्हाट्सऐप यूजर्स को अनजान नंबरों से आनेवाली कॉल और मैसेज से बचने की सलाह दी गई है. हैकिंग फोरम पर दावा किया गया है कि इस डेटाबेस में 3.2 करोड़ से ज्यादा अमेरिकी यूजर्स के फोन नंबर मौजूद हैं. इसी तरह प्रभावित यूजर्स में से 4.5 करोड़ मिस्र, 3.5 करोड़ इटली, 2.9 करोड़ सऊदी अरब, 2 करोड़ फ्रांस, 2 करोड़ तर्की, ब्रिटेन के 1.1 करोड़, रूस के 1 करोड़ से ज्यादा यूजर्स के फोन नंबर शामिल हैं.

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व्हाट्सऐप टर्म्स का उल्लंघन कर हासिल किया जाता है डेटा

इतिहास के सबसे बड़े डेटा उल्लंघनों में शामिल इस घटना को लेकर आ रही रिपोर्ट्स की मानें, तो अपराधी अमेरिकी यूजर्स के डेटा को लगभग 5,71,700 रुपये में बेच रहे हैं. वहीं, ब्रिटेन का डेटाबेस करीब 2,04,180 रुपये और जर्मनी का डेटाबेस लगभग 1,63,350 करोड़ रुपये में उपलब्ध है. रिपोर्ट यह कहती है कि ऑनलाइन डाले गए इतने बड़े डेटा को अक्सर व्हाट्सऐप की टर्म्स ऑफ सर्विस का उल्लंघन कर हासिल किया जाता है. हालांकि, विक्रेताओं का दावा है कि सभी नंबर मेटा के स्वामित्व वाले प्लैटफॉर्म के एक्टिव यूजर्स के हैं. हालांकि, यह नहीं बताया गया है कि डेटाबेस अपराधियों ने कैसे हासिल किया. विक्रेताओं का कहना है कि उन्होंने डेटा जुटाने के लिए अपनी स्ट्रैटेजी का इस्तेमाल की है.

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