जब से व्हाट्सएप ने प्राइवेसी पॉलिसी को बदलने का फैसला लिया है तब से विवाद शुरू है. ना सिर्फ राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लोगों ने इसका विरोध किया. व्हाट्सएप पर प्राइवेसी को लेकर तीन महीने पहले शुरू हुआ विवाद अब भी खत्म नहीं हुआ है. इतने विवाद के बाद भी व्हाट्सएप अपनी यह अपडेट जारी रखने का फैसला कर रहा है हालांकि उसने कई विज्ञापन देकर इस मामले में सफाई दी है लेकिन यह अपडेट आगे भी जारी रहेगा उसे स्पष्ट कर दिया है.
भारत में यह मामला अब कोर्ट में है भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने नयी अपडेट पर कहा है कि इससे डाटा चोरी का खतरा बढ़ जायेगा और व्हाट्सएप आप पर लगातार नजर रख सकेगा. व्हाट्सएप के पास आपकी अहम जानकारियां होगी जिसका इस्तेमाल वो आप तक विज्ञापन पहुंचाने के लिए भी करेगा.
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इस विज्ञापन के माध्यम से वह ज्यादा से ज्यादा यूजर्स बनायेगा. सीसीआई ने कहा, व्हाट्एसप की यह रणनीति एक तरह से बाजार में दबदबे का इस्तेमाल करने जैसा है कोर्ट के सामने यह तर्क रखते हुए सीसीआई ने अपनी जांच को सही बताया है.
इस मामले पर सीसीआई का पक्ष रखते हुए जस्टिस नवीन चावला के सामने वकील अमन लेखी ने कहा, इस पूरे मामले में में प्रतिस्पर्धा के पहलु पर गौर किया जाना चाहिए इसकी वजह से नियामक व्यक्तिगत निजता के उल्लंघन के मामले को नहीं देख रहा है. निजता से जुड़ा मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है. इसे आधार बताते हुए उन्होंने कहा, सीसीआई के 24 मार्च के फैसले को चुनौती देने वाली व्हाट्सएप और फेसबुक की याचिका गलत है.
इस मामले पर हाईकोर्ट ने आदेश सुरक्षित रख लिया है. कोर्ट में वकील ने एक और बात प्रमुखता से उठायी जिसमें उन्होंने कहा, व्हाट्सएप पर संग्रह की गयी जानकारी को फेसबुक से साझाना करना गलत है या नहीं जांच के बाद तय होगा लेकिन करना प्रतिस्पर्धा के खिलाफ है इस पर भी जांच होगी.