WhatsApp को टक्कर देने के लिए मेड इन इंडिया Sandes ऐप ने गूगल प्लेस्टोर पर दस्तक दे दी है. पीएम मोदी की अगुवाई में केंद्र सरकार आईटी मंत्रालय के अंतर्गत काम करनेवाले नैशनल इनफॉर्ममेटिक्स सेंटर ने पॉपुलर मैसेजिंग ऐप WhatsApp के टक्कर में Sandes लॉन्च कर दिया है. काफी समय से इसपर काम चल रहा था और लिमिटेड यूजर्स के लिए इसे जारी भी किया गया था.
संदेश के लोगो से लेकर फीचर्स तक, काफी कुछ व्हाट्सऐप से प्रेरित नजर आता है. गूगल प्लेस्टोर पर आ चुके इस ऐप को अब तक लाखों लोग डाउनलोड कर चुके हैं और गूगल प्लेस्टोर पर इसको 4.3 रेटिंग नजर आ रही है, जो पांच में दी गई है. इस स्वदेशी मैसेजिंग ऐप को गूगल प्लेस्टोर से डाउनलोड करने के बाद लॉगइन करने का तरीका लगभग व्हाट्सऐप जैसा ही है. इसमें अपने मोबाइल नंबर से लॉगइन करना होता है, जिसके बाद ओटीपी आता है. इसके बाद आपका अकाउंट लॉगइन हो जाएगा. साथ ही, एक वेलकम मैसेज भी मिलता है.
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने हाल ही में लोकसभा में एक लिखित जवाब में बताया कि केंद्र ने एक इंस्टैंट मैसेजिंग प्लैटफॉर्म Sandes लॉन्च किया है. इसे गूगल प्ले स्टोर और एेपल ऐप स्टोर पर उपलब्ध कर दिया गया है. Sandes एक ओपन सोर्स बेस्ड सिक्योर क्लाउड एनेबल्ड प्लैटफॉर्म है. इसका स्ट्रैटजिक कंट्रोल भारत सरकार के पास है. इस प्लैटफॉर्म के जरिये सिंगल चैट, ग्रुप मैसेजिंग, फाइल शेयरिंग और ऑडियो वीडियो कॉल्स की जा सकती हैं. फिलहाल Sandes ऐप NIC ईमेल, डिजिलॉकर और ई-ऑफिस के साथ इंटीग्रेटेड है.
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संदेश ऐप को जब हमने इंस्टॉल किया, तो इसमें एक सिंपल सा यूजर इंटरफेस नजर आता है, जबकि व्हाट्सऐप की तरह इसमें तीन टैब नजर नहीं आते हैं. व्हाट्सऐप की सबसे बड़ी खूबी है उसकी एंड टू एंड एनक्रिप्शन सर्विस इसको लेकर व्हाट्सऐप का दावा है कि सेंडर और रिसीवर के बीच में कोई व्यक्ति या हैकर चैट को पढ़ नहीं सकता है, यहां तक कि खुद कंपनी भी ऐसा नहीं कर सकती है. वहीं, Sandes में अभी एंड टू एंड एनक्रिप्शन सेवा नहीं है.
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