Fatima Sheikh कौन थीं, जिन्हें जन्मदिन पर Google ने Doodle बनाकर किया है सम्मानित?

Fatima Sheikh Birthday Google Doodle Today: भारत की पहली मुस्लिम महिला शिक्षिका फामिता शेख की आज 191 वीं जयंती है. इस मौके पर गूगल ने डूडल बनाकर उन्हें सम्मानित किया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 9, 2022 6:49 PM

Google Doodle Fatima Sheikh Birthday: भारत की पहली मुस्लिम महिला शिक्षिका फामिता शेख की आज 191 वीं जयंती है. इस मौके पर दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनी गूगल ने डूडल बनाकर उन्हें सम्मानित किया है. फातिमा शेख ने समाज सुधारक ज्योतिराव फुले और सावित्री बाई फुले के साथ मिलकर 1848 में स्वदेशी पुस्तकालय की शुरुआत की थी, जो देश में लड़कियों का पहला स्कूल माना जाता है.

फातिमा शेख का जन्म आज ही के दिन 1831 में पुणे में हुआ था. उन्होंने अपने भाई उस्मान के साथ मिलकर समाज की तथाकथित निचली जातियों के लोगों को शिक्षित करने का बीड़ा उठाया था. इस वजह से दोनाें को समाज से बाहर निकाल दिया गया था. इसके बाद दोनों भाई-बहन सावित्रीबाई फुले से मिले और उनके के साथ मिलकर दलित और मुस्लिम महिलाओं और बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया था.

Also Read: PhonePe, Google Pay, Paytm पेमेंट बिना इंटरनेट के करें, ये है तरीका

स्वदेशी पुस्तकालय की स्थापना फातिमा शेख के घर में ही हुई थी. यहीं फातिमा शेख और फुले दंपती ने समाज के गरीब और वंचित तबकों के साथ-साथ मुस्लिम महिलाओं को शिक्षा देने का काम शुरू किया था. पुणे के इसी स्कूल में उन लोगों को शिक्षित करने की मुहिम शुरू हुई, जिन्हें जाति-धर्म-लिंग के आधार पर तब शिक्षा से वंचित रखा जाता था.

फातिमा शेख घर-घर जाकर दलितों और मुस्लिम महिलाओं को स्वदेशी पुस्तकालय में पढ़ने के लिए आमंत्रित किया करती थीं. हालांकि, उन्हें प्रभुत्वशाली वर्गों के भारी प्रतिरोध का सामना भी करना पड़ा था. इसके बावजूद फातिमा शेख और उनके सहयोगियों ने सत्यशोधक आंदोलन जारी रखा.

आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि भारत सरकार ने 2014 में फातिमा शेख की उपलब्धियों को याद किया और अन्य अग्रणी शिक्षकों के साथ उर्दू पाठ्यपुस्तकों में उनके प्रोफाइल को जगह दी, ताकि आगे आनेवाली पीढ़ी उनके प्रयासों देश और समाज को दिये उनके योगदान के बारे में ज्यादा से ज्यादा जान सकें.

Next Article

Exit mobile version