Work From Home : वर्क फ्रॉम होम को लेकर जानें भारतीयों की परेशानी, बिल गेट्स ने कही ये बात
दुनियाभर में कोरोना संक्रमण (coronavirus) का कहर एक बार फिर बढ़ता नजर आ रहा है. पिछले 24 घंटे में 3.13 लाख नए कोरोना मामले दर्ज हुए और 6289 मरीजों की जान चली गई. भारत में भी मामले 57 लाख के पार चले गये हैं. इस कोरोना काल में कई कंपनियों ने अपने यहां काम करने वालों को घर से काम यानी वर्क फ्रॉम होम (Work From Home) की सुविधा दी है.
दुनियाभर में कोरोना संक्रमण (coronavirus) का कहर एक बार फिर बढ़ता नजर आ रहा है. पिछले 24 घंटे में 3.13 लाख नए कोरोना मामले दर्ज हुए और 6289 मरीजों की जान चली गई. भारत में भी मामले 57 लाख के पार चले गये हैं. इस कोरोना काल में कई कंपनियों ने अपने यहां काम करने वालों को घर से काम यानी वर्क फ्रॉम होम (Work From Home) की सुविधा दी है.
वर्क फ्रॉम होम की सुविधा को लेकर जानेमाने उद्योगपति और परामार्थ कार्यों से जुड़े बिल गेट्स का विचार भी सामने आया है. इस संबंध में गेट्स ने कहा कि घर से काम करने की संस्कृति बेहतर तरीके से काम कर रही है और कई कंपनियां कोरोना वायरस महामारी समाप्त होने के बाद भी यह व्यवस्था जारी रखेंगी. कोविड-19 महामारी और उसकी रोकथाम के लिये लगाये गये ‘लॉकडाउन’ के कारण कई कंपनियां अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की सुविधा देने को मजबूर हुईं.
गेट्स ने अंग्रेजी अखबार इकोनॉमिक टाइम्स के ऑनलाइन व्यापार सम्मेलन में कहा, यह देखना अद्भुत है कि कैसे घर से काम करने की व्यवस्था काम कर रही है और मुझे उम्मीद है कि महामारी के समाप्त होने के बाद यह कार्य संस्कृति बनी रहेगी. माइक्रोसाफ्ट के सह-संस्थापक और बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के संस्थापक ने कहा कि उन्होंने इस साल अब तक काम के सिलसिले में यात्रा नहीं की.
आगे गेट्स ने कहा, सच कहूं तो मुझे काफी समय मिला है. यह आंखे खोलने वाला है. हालांकि गेट्स ने कहा कि घर से काम करने में कुछ समस्या भी हैं और इसके लिये साफ्टवेयर में सुधार की जरूरत है.
भारत में क्या ? : एक रिपोर्ट के अनुसार 80 प्रतिशत भारतीयों ने कहा कि उन्हें घर से काम करने के दौरान टेक्निकल इश्यू का सामना करना पडता है. इस सर्वे में शामिल ज्यादातर लोगों ने कहा कि वे चाहते हैं कि वर्क फ्रॉम होम (Work From Home) की सुविधा जारी रहे. वहीं इस सर्वे में शामिल 90 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे घर से काम करने के बावजूद खुद को काफी प्रॉडक्टिव मान रहे हैं. हालांकि 30 पर्सेंट लोगों का कहना है कि उन्हें ज्यादा समय तक काम करना पड़ रहा है जिससे उन्हें परेशानी हो रही है.
Posted By : Amitabh Kumar