Electric Mobility In India: इलेक्ट्रिक परिवहन स्टार्टअप जिप इलेक्ट्रिक ने अगले तीन साल में अपने बेड़े में दो लाख वाहन शामिल करने का लक्ष्य रखा है. कंपनी को विस्तार के लिए 30 करोड़ डॉलर की जरूरत होगी. कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और संस्थापक आकाश गुप्ता ने यह जानकारी दी है.
कंपनी मुंबई, पुणे और हैदराबाद जैसे नये शहरों में प्रवेश की योजना बना रही है. कंपनी का इस साल 500 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल करने का लक्ष्य है. पिछले साल कंपनी का राजस्व 125 करोड़ रुपये रहा था.
Also Read: EV: जून से महंगे हो जाएंगे इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर, FAME-2 सब्सिडी में हुई कटौती
गुप्ता ने कहा, हमारे हमारे पास अभी 13,500 वाहन हैं. हम कितनी तेजी से 2,00,000 तक पहुंच सकते हैं, इसके लिए प्रयास कर रहे हैं. इसके लिए हम भागीदारियां कर रहे हैं, हम प्रौद्योगिकी बना रहा है, हम शोध एवं विकास के लिए टीम बना रहे हैं. हम इसे कई बाजारों में कर रहे हैं.
दो लाख इकाइयों के बेड़े तक पहुंचने में कितना समय लगेगा, यह पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इसमें तीन साल लगेंगे. जिप ई-कॉमर्स और खाने-पीने का सामान और किराना की आपूर्ति करने वाली कंपनियों मसलन स्विगी, जोमैटो, अमेजन, मिन्त्रा, डेल्हीवेरी और फार्मईजी को सेवाएं देती हैं. कंपनी की मौजूदगी फिलहाल दिल्ली-एनसीआर और बेंगलुरु में है.
गुप्ता ने कहा, हम और बाजारों में विस्तार कर रहे हैं. हम मुंबई उसके बाद पुणे, हैदराबाद जैसे बाजारों में जाने की योजना बना रहे हैं. वित्तपोषण के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कंपनी अभी और कोष नहीं जुटाएगी. कंपनी ने हाल में श्रृंखला-बी का वित्तपोषण पूरा किया है. हालांकि, उन्होंने कहा- इस कारोबार में विस्तार की काफी गुंजाइश है. अगले तीन से चार साल में कंपनी को 25 से 30 करोड़ डॉलर की जरूरत होगी.