रहीम दास बोले- अमर बेलि बिनु मूल की…
अमर बेलि बिनु मूल की, प्रतिपालत है ताहि! रहिमन ऐसे प्रभुहिं तजि, खोजत फिरिए काहि!! अर्थात जो ईश्वर बिना जड़ की अमर बेल का भी पालन पोषण करता है , ऐसे ईश्वर को छोड़कर बाहर किसे खोजते फिर रहे हो. अरे ब्रह्म तुम्हारे अंदर ही है, उसे वहीं खोजो!
अमर बेलि बिनु मूल की, प्रतिपालत है ताहि!
रहिमन ऐसे प्रभुहिं तजि, खोजत फिरिए काहि!!
अर्थात
जो ईश्वर बिना जड़ की अमर बेल का भी पालन पोषण करता है , ऐसे ईश्वर को छोड़कर बाहर किसे खोजते फिर रहे हो. अरे ब्रह्म तुम्हारे अंदर ही है, उसे वहीं खोजो!