सफलता उम्र की मोहताज नहीं होती

सकारात्मक सोच व काम के तरीके में बदलाव कर उम्र की चुनौतियों को दी जा सकती है मात II विजय बहादुर II 27 मई को हुए आइपीएल 2018 के फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) की एकतरफा जीत हुई और ज्यादातर अखबारों में ये खबर बनी कि महेंद्र सिंह धौनी की डेड आर्मी ने फाइनल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 1, 2018 4:02 PM

सकारात्मक सोच व काम के तरीके में बदलाव कर उम्र की चुनौतियों को दी जा सकती है मात

II विजय बहादुर II

27 मई को हुए आइपीएल 2018 के फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) की एकतरफा जीत हुई और ज्यादातर अखबारों में ये खबर बनी कि महेंद्र सिंह धौनी की डेड आर्मी ने फाइनल जीत लिया. इस वर्ष जब टीमों का ऑक्शन हुआ, तो बहुत सारे एक्सपर्ट्स ने ये व्यंग किया कि सीएसके ने बुड्ढों की टीम बना ली है. जिस टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की उम्र 36 वर्ष है और टीम के खिलाड़ियों की औसत उम्र 34 वर्ष हो, वैसी टीम से 20-20 फॉर्मेट में सफलता की उम्मीद बेमानी होगी, लेकिन टीम के सबसे सीनियर खिलाड़ियों ने ही सबसे बेहतर प्रदर्शन किया.

कप्तान महेंद्र सिंह धौनी का प्रदर्शन शानदार रहा और जिस, शेन वाटसन को ऑक्शन में जगह मुश्किल से मिली, वही फाइनल में मैन ऑफ द मैच रहे. इन्होंने इस आइपीएल में दो शतक लगाया. उनकी उम्र भी 36 वर्ष है, लेकिन सीएसके की जीत ने फिर एक बार साबित कर दिया कि उम्र सिर्फ एक नंबर है.

कई उम्रदराज लोगों ने भी पायी सफलता

सिर्फ खेल ही नहीं, बल्कि आज विभिन्न क्षेत्रों में दर्जनों ऐसे उदाहरण हैं, जिसमें ज्यादा उम्र के लोगों ने सफलता हासिल की है. जेन कुक ने 35 वर्ष में व्हाट्स एप, जिमी वेल्स ने विकिपीडिया, रे क्रो ने 56 वर्ष में मैक्डोनाल्ड्स, कर्नल सैंडर्स ने 65 वर्ष में केंटुकी फ्राइड चिकेन रेस्टोरेंट चेन (केएफसी) की स्थापना की. चार्ल्स डार्विन ने 50 वर्ष की उम्र में अपनी सबसे प्रसिद्ध किताब ओरिजिन ऑफ स्पीशीज (जीवजाति का उद्भव) लिखी.

सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने 27 वर्ष की उम्र में अपनी फिल्मों की लगातार असफलता के बाद फिल्मी करियर त्यागने का मन बना लिया था, लेकिन 29 वर्ष की उम्र में राजेश खन्ना के साथ उनकी फिल्म आनंद आयी और लोग उन्हें जानने लगे. फिर 31 वर्ष की उम्र में उनकी फिल्म जंजीर आयी और वो रातों-रात स्टार बन गये और उसके बाद उनका फिल्मी सफर मील का पत्थर बन गया. आज 75 साल से ऊपर होने के बावजूद अमिताभ बच्चन सबसे सक्रिय बॉलीवुड स्टार हैं.

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भी आजादी की लड़ाई 48 साल की उम्र में शुरू की थी. जापान के 105 वर्षीय धावक हिडकीची मियाजाकि ने 42.22 सेकंड्स में 100 मीटर डैश कम्पलीट कर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया. मशहूर अभिनेता बोमन ईरानी ने 44 साल की उम्र में एक्टिंग करनी शुरू की. ग्रामीण बैंक के फाउंडर और नोबल शांति पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस ने 43 साल की उम्र में ग्रामीण बैंक की शुरुआत की.

कुछ कर गुजरने की तमन्ना चुनौतियों को कर सकता है पार

यह बात सच है कि हमारे शरीर के कार्य करने की एक सीमा है. उम्र बढ़ने के साथ शरीर के कार्य करने की क्षमता घटती जाती है, लेकिन ऐसे तमाम उदाहरण हैं, जहां लोगों ने साबित कर दिया है कि अगर कुछ कर गुजरने का हौसला हो, तो उम्र और चुनौतियों से पार पाया जा सकता है, लेकिन इसके लिए सकारात्मक सोच और उत्साह सबसे महत्वपूर्ण है. ये कहा भी जाता है कि आप उतने ही युवा हैं, जितना आप महसूस करते हैं. किसी भी उम्र में कार्य किया जा सकता है. हो सकता है इसके लिए आपको कार्य करने के तरीके में बदलाव करना पड़े.

आशय यही है कि कोई काम हम सिर्फ इसलिए नहीं छोड़ देते हैं कि हमारी उम्र हो गयी है, बल्कि उम्र इसलिए भी ज्यादा लगने लगती है क्योंकि हम काम करना छोड़ देते हैं.

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