बिहार के बांका जिले में शनिवार को दोपहर बाद हुई बारिश के दौरान बज्रपात ने कहर बरपाया. जिससे बज्रपात की अलग-अलग घटनाओं में चार महिला सहित सात लोगों की मौत हो गयी. जबकि इस घटना में 13 अन्य लोग जख्मी हुये है. जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है. जानकारी के अनुसार बज्रपात की घटना कटोरिया, जयपुर, अमरपुर, बौंसी व चांदन थाना क्षेत्र में काल बनकर आयी और एक के बाद एक सात लोगों को मौत की नींद सुला दिया.
जिले के बज्रपात की अलग-अलग घटना में कटोरिया थाना क्षेत्र से कठौन पंचायत के दर्वेपट्टी गांव निवासी ढीबा पंडा का पुत्र लालधारी पंडा(14), जयपुर थाना क्षेत्र के लकरामा पंचायत के केरवार गांव निवासी भूषण राउत का पुत्र शैलेश कुमार (14), चांदन थाना क्षेत्र बिरनियां पंचायत अंतर्गत लुरीटांड़ गांव निवासी जीतन यादव की पत्नी रेखा देवी(28) एवं योगेंद्र यादव का पुत्र दीपक कुमार(18), बौंसी के बंधुकुरावा ओपी क्षेत्र के गेहिराजोर निवासी स्व. शिवलाल सोरेन की पत्नी लाली मुर्मू (55) एवं अमरपुर थाना क्षेत्र के बाजा गांव निवासी राजू मांझी की पुत्री राखी कुमारी (13) एवं काशपुर गांव निवासी गनोरी साह की पत्नी लक्ष्मी देवी (24) की मौत हुई है.
बताया जा रहा है कि ये सभी लोग खेत में धनरोपनी कार्य के लिए गये थे. जहां अचानक हुई बारिश के दौरान हुई बज्रपात की चपेट में आ गया. जिससे उक्त सभी लोगों की मौत हो गयी. वहीं इस घटना में कटोरिया के खांड़ीपर, आनंदपुर ओपी के लालपुर, जयपुर के केरवार, चांदन के लुरीटांड़, जमनी व शेखपुरा टांड़ गांव के कुल 13 लोग बुरी तरह से जख्मी भी हो गये है. जख्मी में अशोक यादव, चिंता देवी, मुनमा देवी, पार्वती देवी, रुका देवी, सागो देवी, बिजली देवी, गिरजू दास, अरुण कुमार, रंजीत कुमार, अघनू दास, निरंजन कुमार व राहुल कुमार का नाम शामिल है.
सभी जख्मियों का इलाज स्थानीय अस्पताल में जारी है. वहीं फुल्लीडुमर प्रखंड के नाड़ापहाड़ गांव में बज्रपात की घटना से किसान कामेश्वर यादव के पांच बकरी की भी मौत हो गयी है. उधर बज्रपात की इस घटना के बाद सभी मृतक के घरों में कोहराम मचा हुआ है. मालूम हो कि बज्रपात से मौत के बाद घटना की सूचना स्थानीय प्रशासन को दे दी गयी है. संबंधित थाना के थानाध्यक्ष के द्वारा सभी मृतकों के शव को अपने कब्जे में लेते हुये पोस्टमॉर्टम के लिए बांका सदर अस्पताल भेज दिया है. संबंधित प्रखंडों के अंचलाधिकारी ने बताया है कि सभी मृतक आश्रितों को आपदा प्रबंधन की ओर से चार-चार लाख रुपया का मुआवजा राशि दिया जायेगा.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan