Banka News: बौंसी के मंदार तराई स्थित रोपवे पिछले पांच दिनों से स्टाफ की कमी व बकाया भुगतान को लेकर अब तक बंद है. प्रतिदिन दर्जनों की संख्या में सैलानी रोपवे के लोअर स्टेशन समीप से निराश होकर लौट जा रहे हैं. हालांकि आरआरपीएल के साइट इंचार्ज मनीष तिवारी के नेतृत्व में मेंटेनेंस का काम प्रतिदिन चल रहा है. लेकिन ट्रॉली पर पर्यटक को बिठाकर पर्वत शिखर पर ले जाने का काम पूरी तरह से बंद है.
बताया जाता है कि आरआरपीएल के द्वारा यहां काम कर रहे कर्मियों को करीब 2 माह से वेतन भुगतान नहीं किया गया है. जिसकी वजह से चार कर्मी छुट्टी पर चले गये हैं. आरआरपीएल के एक्सक्यूटिव डायरेक्टर विप्लव दास के अनुसार राइटस के द्वारा एक करोड़ 84 लाख रुपए का भुगतान अब तक नहीं किया गया है. मालूम हो कि रोपवे निर्माण का काम बीएसटीडीसी के द्वारा राइटस को दिया गया था और राइटस के द्वारा यह काम आरआरपीएल से कराया गया है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पर्यटन विभाग के पदाधिकारियों की पहल पर आरआरपीएल और राइट्स के अधिकारियों के बीच लगातार वार्ता चल रही है. उम्मीद जतायी जा रही है एक-दो दिनों में रोपवे का परिचालन आरंभ हो जायेगा और पुनः दूरदराज के साथ-साथ जिले से आने वाले सैलानी आकाशीय रज्जू मार्ग के जरिए पर्वत शिखर पर भ्रमण को जा सकेंगे.
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दूसरी तरफ गर्मी की वजह से इन दिनों मंदार में सैलानियों की संख्या में भी कमी हो गयी है. इस संबंध में पूछे जाने पर रोपवे के पर्यटन विभाग के प्रबंधक दीपक कुमार ने बताया कि छुट्टी पर गये कर्मी एक-दो दिन में यहां पहुंच जायेंगे और जल्द ही रोपवे संचालन का काम आरंभ हो जायेगा.
मालूम हो कि 21 सितंबर 2021 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा मंदार तराई में करीब 9 करोड़ की लागत से बने रोपवे का विधिवत उद्घाटन किया गया था और इसे देश-विदेश के सैलानियों के लिए आरंभ कर दिया गया था. लेकिन उद्घाटन के 43 दिनों के बाद ड्राइव में खराबी आ जाने के कारण इसका परिचालन करीब एक सप्ताह तक बंद रहा था. इसके बाद लॉकडाउन लगने पर रोपवे का परिचालन बंद किया गया था. जिसे 7 फरवरी को चालू होना था, लेकिन 3 फरवरी को हुई बारिश के साथ ब्रजपात से रोपवे का ड्राइव खराब हो गया था. जिसे दुरुस्त करने के लिए चेन्नई भेजा गया था. करीब डेढ़ माह के बाद चेन्नई से ड्राइव आने के बाद इसे आरंभ किया गया था. रोपवे बंद रहने से यहां आने वाले सैलानियों को भी निराशा हो रही है. जिसके कारण पर्यटन विभाग के राजस्व को भी नुकसान पहुंच रहा है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan