Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली में सावन के चौथे सोमवार पर कांवरियों और श्रद्धालुओं की भीड़ शिव मंदिरों में उमड़ी हुई है. भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए सुबह से लोग कतारों में खड़े हैं.
बरेली शहर के जोगी नवादा में रविवार को बवाल के बाद मंदिर और कांवरियों के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. पुलिस पूरी सतर्कता बरत रही है. शहर सावन के चौथे सोमवार को शिव भक्ति में डूबा नजर आ रहा है. शहर के मंदिरों में सुबह से ही कांवड़ियों और श्रद्धालुओं की पूजा अर्चना के लिए लंबी लाइन लगी हुई है. शिवालयों में जलाभिषेक के दौरान हर-हर महादेव के जयकारों से गूंज सुनाई दे रही है.
सावन के सोमवार को लेकर अधिकांश मंदिरों में रविवार रात से ही कांवरिए पहुंच गए थे. पुलिस की तरफ से कांवरियों और मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुख्ता व्यवस्था की गई है. कांवरियों के आने वाले मार्ग पर जगह- जगह पुलिस जवान तैनात किए गए हैं. शिव मंदिरों को सोमवार के चलते काफी सजाया गया है.
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शहर के शिव मंदिरों में बदायूं के कछला घाट और उत्तराखंड के हरिद्वार से कांवरिए जल लेकर पहुंचे. शहर में आने वाले कांवरियों का जगह-जगह फूलों से स्वागत किया गया. इसके साथ ही जगह जगह फलाहार की व्यवस्था की गई. इसके बाद कांवरियों ने मंदिर के शिवालय में जलाभिषेक कर मनोकामनाएं मांगी.
मंदिरों में श्रद्धालुओं ने भगवान शिव के दर्शन, पूजन, और जलाभिषेक किया. कपाट खुलते ही श्रद्धालुओं की भीड़ कतारबद्ध होकर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक और रुद्राभिषेक कर रही है. प्रमुख मंदिरों में बांस बल्लियां लगाकर महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग पंक्तिबद्ध तरीके से पूजन अभिषेक और दर्शन की व्यवस्था की गई है.
शहर के जोगी नवादा में बवाल के बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल लगाया गया है. जोगी नवादा में स्थित बनखंडी नाथ मंदिर में बड़ी तादात में कांवड़ियों ने जलाभिषेक कर पूजा की. मंदिर में कांवड़ियों के लिए काफी व्यवस्था की गई है.
बरेली के 7 नाथ मंदिर, गौरीशंकर गुलड़िया, सिद्धबाबा मंदिर और ईदजागीर मंदिर में श्रद्धालुओं की सबसे अधिक भीड़ है. शिवभक्तों ने पूजा अर्चना कर मनोकामनाएं मांगी. पिछले सोमवार को भोले भक्तों को ईश्वरीय वरदान स्वरूप कल्पवृक्ष का पौधा भेंट किया गया था. इस कल्पवृक्ष महाअभियान को लेकर सभी को जिम्मेदारी दी गई थी. इसका उद्देश्य जिले में वनावरण क्षेत्र को बढ़ाना और रोपित पौधों की ठीक तरह से देखभाल करना है. इस योजना के तहत 75 हजार से ज्यादा पौधे वितरित किए गए थे.
सावन (श्रावण मास) के चौथे सोमवार पर रूट डायवर्जन लागू कर दिया गया है. रूट डायवर्जन के कारण राहगीरों को काफी परेशानी हो रही है. हालांकि, नेशनल हाइवे को वन वे कर दिया गया है. बरेली से वाहनों को दिल्ली, गाजियाबाद, हरियाणा, मुरादाबाद, नरौरा, बुलंदशहर, बड़ा बाईपास से निकाला जा रहा है. मगर, अचानक लिंक मार्ग पर जाने से राहगीर भटक जाते हैं.
राहगीरों को नए रूट पर भेजने से पहले रोड पर रूट चार्ट के फ्लेक्स, होर्डिंग भी नहीं लगाए गए हैं. इस वजह से कई राहगीर रास्ते भटक गए. यह रूट डायवर्जन सोमवार रात 8 बजे खत्म हो जाएगा. यह रूट डायवर्जन हर शुक्रवार की रात 8 बजे से लागू होगा.
बरेली शहर के शिव मंदिरों में 25 फीसदी शिवभक्त हरिद्वार और 75 से 80 फीसदी बदायूं के कछला गंगा घाट से जल लेकर आते हैं. इन सबके बीच कांवरियों की सुरक्षा व्यवस्था को बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी लगाए गए हैं. इसमें काफी पुलिस कर्मियों के बॉडी वार्न कैमरे में हैं. वह कैमरों से निगहबानी कर रहे हैं.
सावन के चलते रोडवेज बसों को डायवर्ट रूटों से निकाला जा रहा है. इस कारण बसों को अतिरिक्त चलाना पड़ रहा है. जिसके चलते रोडवेज ने दिल्ली, बदायूं, मथुरा, आगरा, शाहजहांपुर, मुरादाबाद और लखनऊ आदि रूट की बसों का किराया बढ़ा दिया है. यात्रियों को 10 से 30 रुपये तक अतिरिक्त किराया देना पड़ रहा है. इससे यात्री खफा हैं. यात्रियों ने किराया कम करने की मांग की, लेकिन किराया कम नहीं किया गया.
बरेली वाया रामपुर, मुरादाबाद-दिल्ली राजमार्ग को वन वे कर दिया गया है. इससे वाहनों का संचालन मुश्किल हो गया है. इस कारण हाइवे पर एक्सीडेंट बढ़ गए हैं. यह हादसे हर दिन हो रहे हैं.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली