बरेली. उत्तर प्रदेश के बरेली में किला ओवरब्रिज की मरम्मत का कार्य लगभग पूरा हो गया है. 4 अप्रैल यानी कल से वाहनों को दौड़ाने की तैयारी है. किला ओवरब्रिज करीब 3 माह से बंद है. इस कारण 5 मिनट का सफर पूरा करने में करीब 60 से 75 मिनट का वक्त लग रहा था. किला ओवरब्रिज बंद होने के कारण शहर में सुबह से रात तक जाम भी रहता था. भाजपा के कैंट विधायक संजीव अग्रवाल ने सोमवार को किला ओवरब्रिज पहुंचकर निर्माण कार्य देखा. विधायक का कहना है कि ओवरब्रिज की मरम्मत हो गई है. रेलिंग एवं पेंटिंग का कार्य ओवरब्रिज पर वाहनों के संचालन के दौरान भी चलता रहेगा. मंगलवार सुबह 11 बजे से किला ओवरब्रिज राहगीरों के लिए खोलने का फैसला लिया गया है.
गुजरात के मोरबी में ओवर ब्रिज टूटने के बाद बरेली के किला ओवरब्रिज को भारी वाहनों के साथ- साथ दो पहिया वाहनों के लिए भी 3 माह के लिए बंद कर दिया गया था. वाहनों का संचालन बंद होने से ओवर ब्रिज के आसपास तथा लिंक रोड पर सुबह से रात तक जाम लगा रहता था. अधिकांश राहगीर जाम से बचने के लिए कई किमी घूम कर प्रेम नगर से सिविल लाइंस आते हैं. 4 अप्रैल से वाहनों का संचालन शुरू होने से कई किलोमीटर अतिरिक्त चक्वार हन चलाना पड़ता है.मगर, अब ओवरब्रिज की मरम्मत का कार्य पूरा हो गया है. इससे जायेगा.
शहर के सिटी स्टेशन के सामने मामूली बारिश में भी जलभराव हो जाता है. इसके साथ ही रोड भी काफी जर्जर था. अब इसको नए सिरे से आरसीसी का बनाया गया है. यह पहले से काफी ऊंचा बन रहा है. इससे यह रोड 10 दिन तक बंद रहेगा. यहां से एक साइड से ही वाहन गुजरेंगे. किला ओवरब्रिज की मरम्मत कार्य को 4.98 करोड़ का बजट दिया गया था.
शहर का किला ओवर ब्रिज सबसे पुराना है. इसका निर्माण वर्ष 1980 में हुआ था. उस वक्त शहर में कोई भी ओवरब्रिज नहीं था.मगर, यह पिछले कई वर्ष से जर्जर हालत में था. बड़े वाहनों के निकलने पर हिलने लगता था, लेकिन इसके बाद भी वाहनों का संचालन जारी था. कुछ महीने पहले गुजरात के मोरबी में ओवरब्रिज गिरने के बाद अफसरों को किला पुल की याद आई.इसके बाद बड़े वाहनों का आवागमन बंद कराया गया.इससे हुसैन बाग, और किला फाटक पर ट्रैफिक बढ़ गया है.इस मामले में प्रशासनिक, और ट्रैफिक अधिकारियों से जानकारी की कोशिश की गई, लेकिन फोन न उठने के कारण संपर्क नहीं हुआ.