Bareilly News: कोर्ट ने एक सात साल पुराने मामले में मां, बेटे, नाना और मामा को उम्रकैद की सजा सुनाई है. आरोपियों ने थाना नवाबगंज क्षेत्र के गांव चेना में एक ही परिवार के तीन लोगों की धारदार हथियारों से हत्या कर दी थी. यह झगड़ा सात वर्ष पहले बाइक से टक्कर लगने पर हुआ था. कोर्ट में सुनवाई के दौरान 14 गवाहों की गवाही हुई. इसके बाद सजा का फैसला सुनाया गया है.
वीरेंद्र पाल गंगवार 12 अप्रैल 2014 को बाजार से सब्जी खरीद कर बाइक से घर लौट रहा था. उसकी बाइक से गांव के ही मुकेश और सूरजपाल का एक्सीडेंट हो गया. दुर्घटना के बाद कहासुनी होने लगी. वीरेंद्र पाल ने गांव के लोगों की मौजूदगी में माफी भी मांगी. लेकिन दूसरी पार्टी के लोग नहीं माने, और गाली गलौज करने लगे.
कुछ समय बाद ही मुकेश और सूरजपाल छोटी तलवार लेकर दोबारा लौट आएं. उनकी मां लौंग श्री, नाना केसरी लाल, मामा शम्भूदत और धर्मपाल भी हत्यारों के साथ उनके घर पहुंच गए. सूरज ने वीरेंद्र पर हमला कर दिया. उसने वीरेंद्र के तलवार मार दी. पिता छोटे लाल बचाने आएं. उन पर भी हमला कर दिया. बेटी कमलेश और नीरज ने भी बचाने की कोशिश की. आरोपी ने कमलेश और नीरज पर भी हमला बोल दिया. दोनों तलवार लगने से घायल हो गई. आरोपी घटना को अंजाम देने के बाद मौके से फरार हो गए.
घायलों के परिजनों ने गांव के सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया. मगर, इलाज के दौरान ही वीरेंद्र और नीरज की मौत हो गई. छोटेलाल ने जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया. कोर्ट में गवाहों की सुनवाई के बाद आरोपी मुकेश, सूरजपाल, मां लौंगश्री, नाना केसरी लाल, मामा शंभू दत्त और धर्मपाल को दोषी ठहराते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई है. इन सभी आरोपियों पर 74-74 हजार का जुर्माना भी लगाया है.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद