Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली में झारखंड से पैर में अफीम बांधकर सप्लाई देने पहुंचे तस्करों को एसटीएफ और एनसीबी की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. वे काफी समय से बरेली मंडल में अफीम की सप्लाई पहुंचा रहे थे. इनके पास से 5.3 किलोग्राम अफीम बरामद हुई है. पुलिस की पूछताछ में इन लोगों ने कई और खुलासे किए हैं.
चुनाव आयोग की बैठक में उत्तराखंड के अफसरों ने युवाओं को ड्रग्स की लत लगाने के लिए शिक्षण संस्थाओं में ड्रग्स सप्लाई का मुद्दा उठाया था. इसको चुनाव आयोग ने भी गंभीरता से लिया था. यूपी एवं उत्तराखंड के अफसरों को तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की हिदायत दी गई थी. इसके चलते पुलिस के साथ ही एनसीबी और एसटीएफ भी ड्रग्स तस्करों की तलाश में जुटी है.
इसी क्रम में एसटीएफ और एनसीबी ने झारखंड के जिला चतरा के गांव दरियातु निवासी कुलेश्वर कुमार दांगी, गिधौर गांव के राजकुमार दांगी और पीलीभीत के अमरिया थानाक्षेत्र के गांव सिरसा निवासी रामदयाल को 5.3 किलोग्राम अफीम के साथ गिरफ्तार किया है. यह रोडवेज बस के जरिए वाराणसी वाया लखनऊ होकर बरेली पहुंचे थे. इन्हें बरेली रोडवेज बस अड्डे पर उतरते ही गिरफ्तार कर लिया गया. इनकी तलाशी की गई. तलाशी में पैरों में अफीम बंधी थी. पुलिस इनसे पूछताछ में जुटी है.
टीम ने तस्करों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि यह अफीम 80 हजार रुपये प्रति किलोग्राम के भाव में झारखंड के खूंटी के जंगल निवासी राजा आदिवासी से खरीदी गई थी. इसको 1.20 लाख रुपये प्रति किलोग्राम बेचने की बात बताई.
रामदयाल ने बताया वह अपने ससुर प्रेमपाल और चचिया ससुर शिवचरण निवासी सुकटिया थाना बहेड़ी को अफीम सप्लाई करते हैं. इन लोगों ने अफीम के कारोबार से करोड़ों की भूमि खरीदने के साथ ही संपत्ति बनाई है.
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रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद