Bareilly News: पीलीभीत के माधोटांडा में सेंट्रल जू अथॉरिटी ने टाइगर रिजर्व के जंगल में लेपर्ड रेस्क्यू सेंटर खोलने की अंतिम मंजूरी दे दी है. अब यहां बिना किसी रुकावट के रेस्क्यू सेंटर खोला जा सकेगा. साथ ही घायल और बीमार लेपर्ड की अच्छे से देखभाल हो सकेगी.
दरअसल, जंगल से सटे इलाके में मानव और वन्य जीव संघर्ष लगातार बढ़ता जा रहा है. जिसमें पिछले दिनों लेपर्ड के हमले से वीरखेड़ा मझारा क्षेत्र में एक लड़की की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी.
बता दें कि, यहां पिछले काफी समय से जंगल से बड़ी संख्या में लेपर्ड बाहर निकल कर मैदानी इलाकों में आ रहे थे. लेपर्ड आये दिन घरों में घुसकर लोगों की बकरियां खा जाता थे, तो किसी के छोटे मवेशियों को अपना निशाना बना रहे थे. इसके अलावा मानव और वन्य जीव संघर्ष की घटनाएं भी लगातार बढ़ती जा रही थी.
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टाइगर रिजर्व प्रशासन ने कई लेपर्ड को ट्रेंकुलाइज कर या रेस्क्यू कर चिड़ियाघर या दूसरे नेशनल पार्कों में छुड़वाया था. सबसे अधिक लेपर्ड इंडो नेपाल सीमा से सटे टाइगर रिजर्व के नौजल्हा क्षेत्र से रेस्क्यू किए गए थे.
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दरअसल, आईवीआरआई में लेपर्ड का पोस्टमार्टम कराने के बाद कई तरह की बीमारियों का खुलासा हुआ था, जिसके चलते टाइगर रिजर्व प्रशासन लेपर्ड रेस्क्यू सेंटर के प्रयास काफी समय से कर रहा था, लेकिन किसी न किसी स्तर पर रुकावट पैदा हो जाती थी. कभी बजट आडे़ आ रहा था, तो कभी एनटीसीए की अनुमति नहीं मिल रही थी.
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अब सेंट्रल जू अथॉरिटी ने लेपर्ड रेस्क्यू सेंटर के लिए अपनी अंतिम मंजूरी दे दी है. जंगल में लेपर्ड रेस्क्यू सेंटर खोले जाने से पयर्टकों को इसका लाभ मिलेगा.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद