Bareilly News: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में समाजवादी पार्टी (सपा) की हार के बाद सोशल मीडिया पर यूजर सपा प्रमुख अखिलेश यादव को सलाह देने लगे हैं. कोई उन्हें घमंडी बता रहा है तो कोई चार साल तक एसी में बैठकर ट्वीट की राजनीति करने के कारण चुनाव में यह हश्र होने की बात कही. मगर अधिकांश ने संग़ठन के जमीन पर काम न करने के कारण नुकसान होने की बात लिखी है.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी पूर्व सांसद डिंपल यादव-अखिलेश यादव की प्रेरणा नाम से फेसबुक पर एक पेज बनाया गया है. इस पेज पर सोमवार रात अखिलेश यादव के फोटो के साथ लिखा है, ‘मैं जानना चाहता हूं, क्या है सपा के हार की असल वजह?’ फेसबुक पेज पर यह पोस्ट आने के बाद सबसे पहले बरेली के खान शुएब यूजर ने लिखा है कि सपा की हार की वजह है अखिलेश यादव का चार साल घर में बैठे रहना. अपने सपा के बड़े जातिगत नेताओं को प्रदेश में अलग इलाकों में उनका कोई इस्तेमाल नहीं किया गया. सपा में बड़ी संख्या में नेताओं की भर्ती और टिकट में देरी.
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वहीं, सलमान जमीर नाम के यूजर ने लिखा है, ‘बूथ मैनेजमेंट असफल और टिकट में जातिगत समीकरण भी देखना चाहिए था.’ बरेली में दो वैश्य (बनिया) और बदायूं में तीन यादव को टिकट…मंथन होना चाहिए. सुनील शर्मा ने लिखा है, ‘आपका घमंड और बात करने का तरीका ही आपको ले डूबा. आशीष पटेल ने गठबंधन धर्म का सही से पालन न करना. जमीनी कार्यकर्ताओं का अति उत्साह में गलत बयानबाजी करना. उदय राज ने लिखा है ठाकुर, ब्राह्मण और बनिया का वोट दो फीसद भी नहीं है. इसके बाद भी बड़ी संख्या में इन्हें टिकट दिए गए. लोकसभा चुनाव 2024 में एससी और ओबीसी को टिकट दें. इसके बाद सपा की 70 से 75 सीट आने की उम्मीद जताई है. इस पोस्ट पर कुछ ही घंटों में 567 यूजर ने सलाह दी है जबकि 13 हजार से अधिक ने लाइक किया है. कई यूजर ने अच्छे सुझाव दिए हैं तो कइयों ने तंज कसा है.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद