बरेली : प्रयागराज (इलाहाबाद) के व्यापारी पंकज महिंद्रा अपहरण कांड के आरोपी डॉन बबलू श्रीवास्तव को लेकर प्रयागराज पुलिस बरेली से सेंट्रल जेल से रवाना हो गई है.डॉन बबलू श्रीवास्तव को रविवार शाम बरेली सेंट्रल जेल से बाहर निकाला गया. उनको कड़ी सुरक्षा के बीच बरेली से प्रयागराज ले जाया जाएगा. पुलिस बबलू को लेकर सोमवार को प्रयागराज जेल पहुंचेगी.उसकी प्रयागराज कोर्ट में पेशी कराई जाएगी. अपहरण के मामले की सुनवाई पहले 11 अक्तूबर को होनी थी, लेकिन बरेली पुलिस-प्रशासन ने प्रधानमंत्री के आने को लेकर व्यस्त होने का हवाला देकर सुरक्षा मुहैया कराने से इंकार कर दिया था. इस कारण बबलू श्रीवास्तव की कोर्ट में पेशी नहीं हो सकती थी. पंकज महिंद्रा के अपहरण मामले में अब 16 अक्तूबर को सुनवाई होनी है. उसकी पहले अपहरण के मामले में 11 अक्तूबर को पेशी होनी थी, लेकिन बरेली पुलिस-प्रशासन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने को लेकर व्यस्त होने का हवाला देकर सुरक्षा मुहैया कराने से इंकार कर दिया था. इस कारण बबलू श्रीवास्तव की कोर्ट में पेशी नहीं हो सकी.पंकज महिंद्रा के अपहरण मामले में अब 16 अक्तूबर को सुनवाई होगी.
माफिया डॉन बबलू श्रीवास्तव कड़ी सुरक्षा के बीच रविवार को प्रयागराज (इलाहाबाद) के कड़ी सुरक्षा के बीच ले जाया गया है. जेल से बाहर आते वक्त उसके चेहरे पर खौफ साफ दिखाई दे रहा था. किसी समय डॉन से लोग जिंदगी के लिए रहम की भीख मांगते थे. मगर, उसने तमाम लोगों को रहम की भीख नहीं दी. एक समय में किडनैपिंग किंग से अंडरवर्ल्ड तक में उसका नाम गूंजने लगा था. वह दाऊद इब्राहिम का खास माना जाता था. आज उसी बबलू श्रीवास्तव को माफिया अतीक अहमद, और उसके भाई अतीक अहमद की तरह जान का खौफ सताने रहा है. यह खौफ प्रयागराज में पुलिस कस्टडी में माफिया अतीक अहमद, और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद से माफियाओं में कायम होने लगा है.
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बांदा जेल में बंद पूर्वांचल के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी से लेकर बरेली जेल में बंद अंडरवर्ल्ड डॉन ओम प्रकाश श्रीवास्तव उर्फ बबलू श्रीवास्तव ने पेशी पर आने पर अपनी जान को खतरा बताया है.यही वजह है कि अंडरवर्ल्ड डॉन बबलू श्रीवास्तव को अपनी जान का डर सताने लगा है.5 सितंबर, 2015 की रात दुकान बंद करके घर जाते समय बदमाशों ने पंकज महिंद्रा का अपहरण कर लिया था.बदमाशों ने फिरौती के रूप में सर्राफा व्यवसायी के परिजनों से 10 करोड़ रुपये की डिमांड की थी.पुलिस ने मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए फतेहपुर जिले के एक फार्म हाउस में छापा मारकर सर्राफ पंकज महिंद्रा को बचा लिया था.
बबलू श्रीवास्तव बीमारियों से बहुत दुखी है.वह जेल से बाहर जाने के दौरान काफी कमजोर दिखा.अब वह ऊपर वाले (ईश्वर) से रहीम की भीख मांग रहा है.शुगर के कारण ब्लड प्रेशर समेत कई बीमारियां हो गई हैं.आंखों की रोशनी भी कम हो गई.जिसके चलते सर्जरी हुई है.मगर, अब डॉक्टर बताते हैं, कभी आतंक के पर्याय बबलू श्रीवास्तव में वह दबंगई नहीं है.उम्र बढ़ने के साथ ही बातचीत का लहजा भी बदला है.माफिया डॉन बबलू श्रीवास्तव का असली नाम ओम प्रकाश श्रीवास्तव है.वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले का रहने वाला है.उसके पिता विश्वनाथ प्रताप श्रीवास्तव जीटीआई में प्रिंसिपल थे. बबलू का बड़ा भाई विकास श्रीवास्तव आर्मी में कर्नल है.वह आइएएस या सेना अफसर बनना चाहता था.मगर, कॉलेज की राजनीति ने किडनैपकिंग से अंडरवर्ल्ड तक पहुंचा दिया.पिछले दिनों बबलू श्रीवास्तव ने समय से पूर्व रिहाई को लेकर दया याचिका का प्रस्ताव जिला मजिस्ट्रेट लखनऊ को प्रेषित किया था. मगर, यह मुख्यालय स्तर पर लंबित है.कॉलेज में छोटी से गलती से जुर्म की दुनिया में इंट्री की थी.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद