उत्तर प्रदेश के बरेली में थाने आने वाले फरियादियों को शांति का पाठ पढ़ाने वाली पुलिस आपस में ही भर गई. शहर के थाना इज्जत नगर में बच्चों के विवाद के चलते थाने का दरोगा और हेड कांस्टेबल पुलिस में कहासुनी हो गई, जो कुछ ही देर में हाथापाई तक जा पहुंची. एचसीपी खुद को हवालात में बंद कर जेल भेजने की धमकी देने लगा. थाना प्रभारी ने काफी मुश्किल से मामले को संभाला. इसके बाद अफसरों को जानकारी दी. जिसके चलते एचसीपी को लाइन हाजिर कर दिया गया है.
थाना इज्जत नगर क्षेत्र की डिफेंस कॉलोनी में रहने वाले शिक्षक और इज्जतनगर थाने में तैनात एचसीपी लक्ष्मण सिंह के भाई के बच्चों में बुधवार शाम साइकिल खड़ी करने को लेकर विवाद हो गया था. दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई. इसकी तहरीर दोनों पक्षों की ओर से थाने में दी गई थी.
थाने के दरोगा राजेश गौतम ने दोनों पक्षों को बुलाकर बातचीत की.वह दोनों पक्षों में सुलह कराने की कोशिश कर रहे थे. मगर, इसी दौरान एचसीपी के भाई ने दरोगा से तहरीर छीनकर उल्टा सीधा बोलने लगा. इससे खफा दरोगा ने एचसीपी के भाई को फटकार लगा दी. हेड कांस्टेबल को यह बर्दाश्त नहीं हुआ. उसने दरोगा से बदतमीजी शुरु कर दी.
यह कुछ ही देर में धक्का-मुक्की से हाथापाई तक पहुंच गई. विवाद की सूचना पर इंस्पेक्टर संजय कुमार ने एचसीपी को समझाया, लेकिन वह नहीं माना.वह खुद को हवालात में बंद कर जेल भेजने की धमकी देने लगा. यह जानकारी अफसरों को दी गई. इस पर सीओ को जांच के लिए थाने भेजा गया. जांच के बाद एचसीपी को लाइन हाजिर कर दिया गया है. इसके साथ ही मामले में विभागीय जांच शुरू कर दी गई है, तो वहीं दो पक्षों के झगड़े के में समझौता हो गया है.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद