बेगूसराय/बछवाड़ा. एनएच पर मंगलवार की शाम हुई सीरियल फायरिंग के मामले का खुलासा आज हो सकता है. इस मामले में पुलिस के हाथ कई अहम सुराग लगे हैं. गुरुवार की देर शाम दो अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. वहीं, घटना में इस्तेमाल की गयी दो मोटरसाइकिलों में एक के बरामद होने की बात भी सामने आयी है. पुलिस सीसीटीवी फूटेज में दिख रहे अपराधियों और गिरफ्तार किये गये अपराधियों के चेहरे का मिलान कर रही है.
बेगूसराय के एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि पुलिस लगातार छापेमारी अभियान में जुटी हुई है. पुलिस शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले का खुलासा करेगी. इस बीच डीआइजी ने देर रात इस मामले का खुलासा किये जाने का संकेत दिया. इधर, पुलिस को शक है कि इस कांड में तेघड़ा निवासी रामलोचन राय उर्फ लुस्की सिंह का हाथ हो सकता है. उसकी बहन के पटना के मरांची स्थित घर पर पुलिस ने छापेमारी भी की. हालांकि, वह नहीं मिला.
इस बीच गिरफ्तार किये गये अपराधियों के पास से मिले मोबाइल का पुलिस विश्लेषण कर रही है. यह पता लगाया जा रहा है कि घटना के वक्त मोबाइल का लोकेशन कहां का था. मालूम हो कि पुलिस ने घटना के दूसरे दिन ही पांच लोगों को हिरासत में लेलिया था. सूत्रों के अनुसार हिरासत में लिये गये इन पांचों से की गयी पूछताछ में भी पुलिस को कुछ सुराग हासिल हुए हैं. हालांकि, अधिकारिक तौर पर इस बारे में पुलिस कुछ भी बताने से इंकार कर रही है.
गुरुवार को पटना से गयी फॉरेंसिक टीम ने कई बेगूसराय में कई जगहों का मुआयना किया. टीम सबसे पहले बछवाड़ा के गोधना के पास पहुंची. जांच के दौरान घटनास्थल के पास सेटीम को एक गोली का खोखा मिला है. टीम के सदस्यों ने घटनास्थल का थ्री डी इमेज भी लिया है, ताकि पूरी घटना को समझने में मदद मिल सके. टीम ने सड़क की चौड़ाई भी मापी, अपराधी किधर से आये और पीड़ित को कहां पर गोली मारी, यह सब भी समझने का प्रयास किया. इस बीच फायरिंग में घायल नीतीश कुमार और अमरजीत के बयान पर अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
पटना. बेगूसराय गोलीबारी मामले पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वहां के पुलिस अधिकारी एक-एक चीज पर नजर बनाये हुए हैं और सभी पहलुओं की जांच हो रही है. वहां लापरवाह पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है. जातीयता वाले बयान पर उन्होंने कहा कि वहां के लोग जो बोल रहे थे, वही हमने कहा है. वहां जिसकी मौत हुई, वे कौन हैं. घायल होने वाले विभिन्न जातियों के लोग हैं. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के बयान पर मुख्यमंत्री ने कोई मतलब नहीं है. कानून और व्यवस्था को हम देखतेरहे हैं. किसने कहां गड़बड़ी की है, सब पता चल जायेगा. यहां के वैसे नेता कुछ-न-कुछ बोलतेरहते हैं, ताकि दिल्ली वाले उन सब पर ध्यान दे.