बेगूसराय के बलिया दियारे के दर्जनों गांवों पर कटाव के बादल मंडरा रहे हैं. समय रहते कटाव निरोधक कार्य नहीं चलाया गया तो गंगा के कटाव से दियारे के कई गांव विस्थापित हो सकते हैं. साथ ही क्षेत्र के किसानों की सैकड़ों एकड़ उपजाऊ भूमि भी गंगा में विलीन हो जायेगी. इससे क्षेत्र के लोगों को आर्थिक संकट भी झेलना पड़ेगा. मॉनसून आने में अब कुछ ही दिन रह गये हैं. गंगा के जल स्तर में भी वृद्धि होनी शुरू हो गयी है. ऐसे में गंगा कटाव रोकने की दिशा में अभी तक कोई ठोस पहल नहीं किये जाने से दियारा क्षेत्र के लोगों में दहशत व्याप्त है.
बताया जाता है कि विगत वर्ष अगस्त माह में गंगा की धारा तेज होने के बाद बलिया प्रखंड क्षेत्र के गोखले नगर विष्णुपुर, सादीपुर, कमालपुर भवानंदपुर एवं शिवनगर गांव के समीप तेजी से कटाव हुआ था. इसको देखते हुए स्थानीय सांसद सह केद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह एवं राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा की पहल पर जल संशाधन विभाग के द्वारा गोखले नगर विष्णुपुर गांव से पश्चिम करीब 500 मीटर तक कटाव निरोधक कार्य भी कराया गया था. उस समय कटाव रोकने में काफी हद तक सफलता भी मिली थी, लेकिन मानसून से पूर्व अभी तक कटाव निरोधक कार्य नहीं चलाये जाने से पूर्व के वर्षों की तरह कटाव होने से अब लोगों के घर भी गंगा में विलीन होने लगेंगे.
हालांकि विगत 25 अप्रैल को सांसद सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के द्वारा बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा को पत्र लिखकर अपने संसदीय क्षेत्र में मानसून से पूर्व कटाव निरोधक कार्य कराने का आग्रह भी किया गया था, जिसमें बलिया प्रखंड के गोखलेनगर विष्णुपुर, सादीपुर एवं कमालपुर का नाम अंकित है. कटाव निरोधक कार्य चलाने का आग्रह किया गया था. लेकिन, भवानंदपुर एवं शिवनगर को इस पत्र से अलग किये जाने से इन दोनों गांवों के लोगों के बीच सांसद के प्रति नाराजगी भी देखी जा रही है, जबकि भवानंदपुर एवं शिवनगर भी गंगा कटाव के मुहाने पर हैं.
बलिया प्रखंड क्षेत्र के गोखलेनगर विष्णुपुर, सादीपुर, कमालपुर, सोनदीपी, भवानंदपुर एवं शिवनगर मुख्य रूप से गंगा कटाव के मुहाने पर हैं, जहां कटाव निरोधक कार्य चलाये जाने की जरूरत है.बलिया के गोखलेनगर विष्णुपुर गांव के समीप विगत वर्ष कटाव निरोधक कार्य चलाया गया था. सांसद गिरिराज सिंह के द्वारा 25 अप्रैल को राज्य के जल संसाधन मंत्री को कटाव निरोधक कार्य चलाये जाने को ले लिखे गये पत्र में चर्चा थी.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan