बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) की 23- 24 दिसंबर की प्रारंभिक परीक्षा के पेपर लीक मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई ने बेगूसराय के विकास विद्यालय नामक परीक्षा केंद्र के एकाउंटेट रोशन कुमार को गिरफ्तार किया है. रोशन ने 23 दिसंबर की परीक्षा में अनुपस्थित रहे परीक्षार्थी का पेपर वायरल करने के बाद जमा किया था. पेपर लीक मामले में छात्रों से मिली सूचना के आधार पर यह गिरफ्तारी की गयी है.
बीएसएससी की 23 दिसंबर की प्रारंभिक परीक्षा में पहली पाली का पेपर मोतिहारी के शांति निकेतन जुबली स्कूल से ही नहीं, बेगूसराय के विकास विद्यालय से भी लीक किया गया था. आयोग की अपील पर परीक्षार्थियों द्वारा भेजे गये साक्ष्य के ई- मेल के आधार पर इओयू ने यह खुलासा किया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इओयू को एक ई-मेल साक्ष्य के रूप में एक पेपर मिला था, जिसे वाट्सएप से वायरल किया गया था.
पेपर की कोडिंग के आधार पर पता चला कि बेगूसराय के विकास विद्यालय नाम के परीक्षा केंद्र में बांटे जाने वाले पेपर सेट का हिस्सा था. इस परीक्षा कक्ष में जिस परीक्षार्थी को दिया जाना था वह आया नहीं था. कक्ष निरीक्षक एकाउंटेंट रोशन को पेपर तत्काल जमा कराना था लेकिन वह पेपर बाहर लाया और फोटो खींचकर वायरल कर दिया. इओयू आरोपी से अभी पूछताछ कर रही है. सोमवार को उसे कोर्ट में पेश किया जा सकता है.
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इओयू शांति निकेतन जुबली स्कूल मोतिहारी परीक्षा केंद्र से पेपर लीक करने के लिये डिवास लेकर घुसे परीक्षार्थी अजय कुमार और उसके भाई विजय कुमार को जेल भेज चुकी है. 24 दिसंबर की प्रारंभिक परीक्षा का पेपर लीक मामले में आरोपी प्रशांत और अभिनंदन नाम के दो युवकों को भी गिरफ्तार किया था. प्रशांत कुमार ने पेपर खत्म होने से एक मिनट पहले फोटो खींचकर दोस्त अभिनंदन को भेजा था. अभिनंदन ने पेपर खराब होने के कारण पेपर वायरल करते समय उसका समय परीक्षा शुरू होने से एक घंटा पहले कर दिया गया था, ताकि लोगों को लगे की पेपर लीक हो गया है.