बेगूसराय. समाज सुधार अभियान के तहत बेगूसराय के आइटीआई मैदान में शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभा को संबोधित किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि आपसी भाइचार व प्रेम बना कर रखें, विकास तेजी से होगा. सड़क, शिक्षा, कानून-व्यवस्था, बिजली, हर घर नल जल योजना, नाली-गली योजना समेत अन्य विकास कार्यों को धरातल पर उतारा जा रहा है. सीएम ने कहा कि कोविड के दौरान भी हमने बेहतर काम किया.
कोविड से मौत के बाद 2020 में बिहार पहला राज्य है, जहां पीड़ित परिवार को चार-चार लाख का मुआवजा दिया गया. उन्होंने कहा कि 11 फरवरी को मुंगेर रेल सह सड़क पुल के एप्रोच पथ का लोकार्पण किया गया. 26, दिसंबर 2002 को जब हम केंद्र में मंत्री थे तो उस समय तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के कार्यकाल में हमने इस संबंध में अपनी बातें रखी थीं. इसके बन जाने से उत्तर और दक्षिण बिहार की कनेक्टिविटी बढ़ी है.
जीविका की काजल दीदी ने दहेज प्रथा को लेकर आपबीती सुनाकर लोगों को संदेश दिया कि दहेज समाज के लिए अभिशाप है. उन्होंने कहा कि विधवा सिंधु देवी दो लाख रुपया कर्ज मांगने आयी. कारण पूछने पर बताया कि बेटी की शादी ठीक हो गयी है. लड़के वाले दो लाख रुपये, जेवर व बाइक मांग रहे हैं. ग्राम संगठन की बैठक में निर्णय लिया कि लड़के वालों के घर दहेज नहीं लेने की बात करेंगे. इसमें प्रयास किया गया, जिसमें सफलता मिली.
सीएम ने सतत जीविकोपार्जन योजना के अंतर्गत 1,875 लोगों के बीच 3.42 करोड़ का चेक प्रदान किया. साथ ही विभिन्न बैंकों के माध्यम से 7,348 स्वयं सहायता समूहों को कैश क्रेडिट लिमिट के तहत 257.27 करोड़ का डमी चेक प्रदान किया. जल जीवन हरियाली योजना के अंतर्गत 20 नवसृजित सार्वजनिक जलाशयों के रखरखाव एवं प्रबंधन के लिए स्वयं सहायता समूहों को 22.40 लाख रुपये का सांकेतिक पत्र प्रदान किया गया. अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना के तहत कीर्ति प्रिय-प्रशांत कुमार एवं कोमल देवी-राहुल कुमार चौधरी को प्रोत्साहन स्वरूप एक-एक लाख रुपये का चेक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिया.