बरौनी. शुक्रवार को ट्रेन नंबर 15204 (लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस) के चालक दल के सदस्यों द्वारा तत्परता, सूझबूझ और मानवता की एक मिसाल पेश की गयी. इसके परिणामस्वरूप एक बच्ची की जान बचायी जा सकी. गौरतलब हो कि, ट्रेन के लोको पायलट आरएमपी यादव और सहायक लोको पायलट किशन कुमार ने असाधारण तत्परता और सूझबूझ का परिचय दिया. जब उन्होंने एक तीन साल की बच्ची को देखा, जो बछवाड़ा और तेघड़ा स्टेशनों के बीच रेलवे ट्रैक पर आइबीएच सिग्नल के पास किमी-191/10 पर भटक गयी थी.
पटरी पर बच्ची को देख कर चालक दल ने लगाया आपातकालीन ब्रेक
घटना शुक्रवार यानी 06 अक्टूबर को लगभग 07 बजकर 15 पर घटित हुई. पटरी पर बच्ची की मौजूदगी देख कर चालक दल ने आपातकालीन ब्रेक लगा कर तेजी से कार्रवाई की, जिससे संभावित दुर्घटना टल गयी. उनकी त्वरित प्रतिक्रिया से ट्रेन, जिसे लोकोमोटिव नंबर 22944 द्वारा संचालित किया जा रहा था, कुछ ही सेकंड में रुक गयी, जिससे छोटी बच्ची की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकी.
ट्रेन ने निर्धारित समय से रवाना हुई
घटना के फलस्वरूप ट्रेन 07:15 से 07:20 तक उस स्थान पर खड़ी रही. इस दौरान ट्रेन के चालक दल ने लड़की को आवश्यक सहायता और देखभाल प्रदान की. एक बार जब उसकी सुरक्षा सुनिश्चित हो गयी, तो ट्रेन ने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अपनी यात्रा फिर से शुरू कर दी, जो चालक दल की व्यवसायिकता और यात्री कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता को उजागर करता है.
परिजनों को सौंपी गयी बच्ची
समस्तीपुर से मिली सूचना के अनुसार 15204 लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस की चपेट में आने से एक बच्ची बाल-बाल बच गयी. बताया जाता है कि बछवाड़ा और तेघरा स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर आइबीएच सिग्नल के पास किमी 191/10 पर बच्ची खेलते पहुंच गयी थी,जिसे देखते ही लोको पायलट आरएमपी यादव और सहायक लोको पायलट किशन कुमार ने आपातकालीन ब्रेक लगा दिया. इस बीच ट्रेन 7:15 से 7:20 तक उस स्थान पर खड़ी रही. बाद में चालक दल ने लड़की को परिजन को सौंप दिया. उसके बाद ट्रेन गंतव्य की ओर रवाना हुई.