Bihar News : वाल्मीकि टाइगर परियोजना के प्रमंडल एक के गोबर्धना जंगल में शनिवार को गश्तीदल को एक जख्मी नर बाघ की लाश मिली. इस दल ने आनन फानन में वन अधिकारियों को सूचित किया. तुरंत वनाधिकारियों का दल घटना स्थल पर पहुंच गया है. सभी वन अधिकारी उसकी मौत को लेकर बेचैन है. हालांकि मौत के पीछे की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है.
रविवार की सुबह बाघ के शव का पोस्टमार्टम कराया गया है. जिसके उसके जरूरी अंगों को बरेली के फॉरेन्सिक लैब भेजा जायेगा. उसकी लाश को देखने से यह बात स्पष्ट हो रही है कि उसकी मौत की वजह आपसी भिड़ंत है. बाघ किसी जंगली जानवर से लड़ाई हुई थी. जिसमें उसके शरीर में पेट आदि में गहरा जख्म है.
वन विभाग के लिए यह बेहद दर्दनाक घटना है. बता दे कि पिछले साल की पहली जनवरी को भी वीटीआर रघिया जंगल में एक घायल बाघिन की लाश मिली थी. गोबर्धना जंगल में मिले मृत बाघ की उम्र लगभग 3 से 4 वर्ष बतायी गयी है. जो पूरी तरह वयस्क नहीं हुआ है. ये वन विभाग के लिए काफी दुखद घटना है. हर पदाधिकारी इसकी मौत की वजह को ढूंढने में काफी बेचैन है.
क्या कहते हैं वन संरक्षक- इस बाबत वीटीआर के वन संरक्षक हेमकांत राय ने बताया कि एक बाघ की घायल अवस्था में गोबर्धना जंगल के कक्ष संख्या 25 में लाश मिली है.उसकी मौत के कारणों को स्पष्ट नहीं हुआ है.उसके अंगों को फॉरेन्सिक लैब भेजी जायेगी. उसके बाद ही उसकी मौत की वजह स्पष्ट हो सकेगी.
Posted By : Avinish kumar mishra